Politics : 'यूपी और असम में 'अत्यधिक पुलिस बल' के कारण 2 कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत', राहुल गांधी ने दावा करते हुए बीजेपी पर किया प्रहार
Politics : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश और असम में अत्यधिक पुलिस बल के कारण दो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत हो गई।
Politics : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश और असम में अत्यधिक पुलिस बल के कारण दो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित असम और उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र और संविधान की फिर से हत्या हुई है। इन दोनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है।
कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट किया, जिसमें दावा किया कि भाजपा शासित असम और उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र और संविधान की फिर से हत्या हुई है। देश भर में कांग्रेस पार्टी बाबासाहेब और संविधान के समर्थन में सत्याग्रह कर रही है। इस दौरान अत्यधिक पुलिस बल के कारण गुवाहाटी में मृदुल इस्लाम और लखनऊ में प्रभात पांडे, हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मृत्यु बहुत दुखद और निंदनीय है। उनके शोकाकुल प्रियजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इन परिवारों को पूरे न्याय का अधिकार है। कांग्रेस के बब्बर शेर सत्य और संविधान के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपुर हिंसा और गौतम अडानी के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप समेत कई मुद्दों को लेकर गुवाहाटी में कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हुई, जिसमें असम कांग्रेस प्रमुख भूपेन कुमार बोरा और पूर्व राज्यसभा सांसद रिपुन बोरा जमीन पर गिर गए और उन्हें हिरासत में ले लिया गया। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
वहीं, पार्टी प्रवक्ता बेदाब्रत बोरा ने दावा किया कि कांग्रेस लीगल सेल के सदस्य एडवोकेट मृदुल इस्लाम (45) को उस समय घुटन महसूस हुई, जब उनके पास आंसू गैस का एक सेल गिर गया। उन्होंने कहा कि उन्हें तुरंत पास के एक निजी अस्पताल और फिर गुवाहटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) ले जाया गया। वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
वहीं, पुलिस ने झड़प दौरान किसी के घायल होने की घटना साफ इनकार किया है और कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा। वहीं, एक अन्य घटना में यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने दावा किया कि प्रभात पांडे नाम के एक पार्टी कार्यकर्ता की "पुलिस क्रूरता" के कारण राज्य विधानसभा के पास एक विरोध प्रदर्शन के दौरान मौत हो गई।
डीसीपी (सेंट्रल लखनऊ) रवीना त्यागी ने कहा कि प्रभात पांडे को कांग्रेस कार्यालय से बेहोशी की हालत में हजरतगंज के सिविल अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के मुताबिक प्रथम दृष्टया उनके शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं पाए गए हैं। हालांकि एक पैनल द्वारा पोस्टमॉर्टम किया जाएगा और प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी। उसी के अनुसार आगे की कानूनी कार्यवाही की जाएगी।