बंद होंगे 2000 रुपए के नोट? असल वजह जानकर हैरान रह जाएंगे आप

खबरों के अनुसार, सरकार धीरे-धीरे बाजार से इन नोटों को गायब करने की तैयारी में लग गई है। इसी कड़ी में बैंकों द्वारा अपने ऑटोमेटेड टेलर मशीनों  में बदलाव कर 2000 रुपये के नोटों की जगह इनमें 500 के नोटों को रखने की तैयारी बड़े स्तर पर शुरू कर दी है।

Update: 2020-02-26 13:28 GMT

नई दिल्ली: समय-समय पर 2000 रुपये के नोट बंद होने की खबरें आती रहती है और सरकार की तरफ से इन अफवाहों का खंड़न भी किया जाता है। लेकिन इस बार जो खबर सामने आ रही है, उसके मुताबिक जल्द ही आपकी जेब में रखा 2000 रुपये का नोट आपको दिखाई नहीं देगा। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि मोदी सरकार ने बाजार से 2000 रुपये के नोट को गायब करने के लिए नोटबंदी की जगह दूसरा तरीका अपनाया है।

मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, सरकार धीरे-धीरे बाजार से इन नोटों को गायब करने की तैयारी में लग गई है। इसी कड़ी में बैंकों द्वारा अपने ऑटोमेटेड टेलर मशीनों में बदलाव कर 2000 रुपये के नोटों की जगह इनमें 500 के नोटों को रखने की तैयारी बड़े स्तर पर शुरू कर दी है।

मीडिया के हवाले से यह खबर सामने आ रही है कि देश के 2.40 लाख एटीएम मशीनों को बड़े पैमाने पर रीकैलिब्रेट कर उनमें 2000 रुपये के नोटों वाली जगह को हटाकर उनकी जगह 500 नोट रखने का काम किया जा रहा है।

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यह हो रहा है बदलाव

एटीएम के अंदर अभी तक 2000, 500, 200 और 100 रुपये के नोट रखने के लिए चार कैसेट होते थे, लेकिन अब इनमें बदलाव करते हुए 2000 रुपये के नोट की कैसेट की जगह उसमें 500 रुपये के नोट को रखने की व्यहवस्थाअ बनाई जा रही है।

बताया जा रहा है कि पहले दो कैसेट में 500 रुपये के नोट रखे जाएंगे और बाकी दो में 200 या 100 रुपये के नोट रखे जा रहे हैं। अभी बहुत से एटीएम में 2000 वाला कैसेट हटा दिया गया है और एक साल के भीतर बाकी में से भी हटाया जा सकता है।

ऐसा करने से आपके पास वाला 2000 रुपये का नोट बाजार से धीरे-धीरे बैंक में जाएगा और उसको बैंकों के करेंसी चेस्ट में रखा जाएगा यानी उन्हें रिजर्व बैंक के वॉल्ट में वापस भेजा जा सकता है।

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गौरतलब है कि नवंबर 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद बैंकों के बाहर लंबी-लंबी कतारे लग गई थी। हालांकि सरकार ने लोगों को नई करेंसी के लिए ज्यादा परेशान ना हो, इसके लिए 2000 रुपये का नोट जारी किया था।

रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2017 की शुरुआत में कुल सर्कुलेटेड बैंक नोट का करीब 50 फीसदी हिस्सा 2000 के नोटों का था, लेकिन वित्त वर्ष 2019 में सर्कुलेटेड नोटों में 51 फीसदी हिस्सा 500 रुपये के नोट का हो गया।

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