Gujarat: गुजरात में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका, विसावदर विधायक भूपत भायाणी ने दिया इस्तीफा
Gujarat: गुजरात के जूनागढ़ जिले की विसावदर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक भूपत भायाणी ने इस्तीफा दे दिया है।
AAP MLA Resigns. दिल्ली और पंजाब से निकलकर अन्य राज्यों में अपना विस्तार करने में जुटी आम आदमी पार्टी को गुजरात में बड़ा झटका लगा है। जूनगाढ़ जिले की विसावदर विधानसभा सीट से विधायक भूपत भायाणी ने इस्तीफा दे दिया है। भायाणी पिछले साल दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से आम आदमी पार्टी के टिकट पर निर्वाचित हुए थे। हालांकि, चुनाव नतीजे आने के बाद से ही उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगने लगी थीं। जो आखिरकार एक साल बाद सच साबित हुई।
बीजेपी में घरवापसी करेंगे भायाणी
भूपत भायाणी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद साफ कर दिया है कि वह बीजेपी में शामिल होंगे। स्पीकर को अपना त्यागपत्र सौंपने के बाद उन्होंने कहा कि मैं तो पहले से ही बीजेपी में हूं। भायाणी के इस्तीफे के बाद विसावदर विधानसभा सीट खाली हो गई है। माना जा रहा है कि उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी उन्हें दोबारा मैदान में उतारेगी। दरअसल, यह सीट पाटीदार बहुल है। इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल विधानसभा चुनाव जीतते रहे हैं।
टिकट नहीं मिलने पर कर दिया था बगावत
भूपत भायाणी ने पिछला विधानसभा चुनाव बीजेपी के बगावत कर लड़ा था। भायाणी विसावदर सीट से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर चुके थे। लेकिन बीजेपी ने उनके बजाय कांग्रेस से आए हर्षद रीबडियो को टिकट थमा दिया। रीबडिया 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से जीते थे और 2022 में चुनाव से ऐन पहले बीजेपी का दामन थाम लिया था। भायाणी ने आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर यहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवारों को धूल चटा दी थी।
आम आदमी पार्टी को लगा तगड़ा झटका
गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने यहां जबरदस्त कैंपेन चलाया था। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल पंजाब में मिली बड़ी सफलता के बाद आत्मविश्वास से भरे पड़े थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को उनके गढ़ में जाकर चुनौती दी। चुनाव प्रचार में कांग्रेस से अधिक आप सक्रिय नजर आ रही थी। जब चुनाव नतीजे आए तो आम आदमी पार्टी को 13 प्रतिशत मत के साथ पांच सीटों पर जीत मिली। उनमें एक भूपत भायाणी भी थे। भायाणी जूनागढ़ क्षेत्र में खासा जनाधार रखते हैं। उनके जाने के बाद विधानसभा में विधायकों की संख्या घटकर 4 रह गई है। लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए गुजरात में इसे बड़ा झटका माना जा रहा है।
बता दें कि 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अप्रत्याशित सफलता हासिल की थी। इतने सालों की एंटी-इनकमबेंसी होने के बावजूद पार्टी ने 182 सीटों में से 156 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस 17 सीटों पर सिमट गई थी। 2017 में कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी और भगवा दल को 100 सीटों के अंदर ही समेट दिया था।