Electoral Donations: भाजपा को मिला कांग्रेस से 10 गुना ज्यादा चंदा, बसपा को 17 वर्षों से 20 हजार से ज्यादा का डोनेशन नहीं, दिल्ली से मिला सबसे ज्यादा पैसा

Electoral Donations: देश की एक अन्य राष्ट्रीय पार्टी बहुजन समाज पार्टी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पार्टी को वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 20,000 रुपये से अधिक का कोई दान नहीं मिला।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-02-15 08:09 GMT

Congress BJP (photo: social media )

Electoral Donations: चंदा बटोरने के मामले में देश की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी दूसरे अन्य राजनीतिक दलों से काफी आगे है। भाजपा की ओर से साल 2022-23 में करीब 720 करोड़ रुपये का चंदा मिलने की जानकारी दी गई है। उल्लेखनीय बात यह भी है कि भाजपा को दान में प्राप्त राशि चार अन्य राष्ट्रीय दलों कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को प्राप्त कुल राशि से पांच गुना अधिक है।

बसपा को 20 हजार से अधिक नहीं मिला चंदा

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। एडीआर के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए राष्ट्रीय पार्टियों को 12,167 चंदे (20 हजार रुपये से ऊपर) से कुल 850.438 करोड़ रुपये हासिल हुए।

देश की एक अन्य राष्ट्रीय पार्टी बहुजन समाज पार्टी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पार्टी को वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 20,000 रुपये से अधिक का कोई दान नहीं मिला। पार्टी का कहना है कि उसे पिछले 17 वर्षों से 20,000 से अधिक का कोई दान नहीं मिला है।

भाजपा को कांग्रेस से 10 गुना अधिक चंदा

चुनाव आयोग में पंजीकृत राजनीतिक दलों के लिए एक वित्तीय वर्ष में 20,000 रुपये से अधिक के चंदे का खुलासा करना जरूरी है। भाजपा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पार्टी को 7,945 चंदों के जरिए 719.858 करोड़ रुपये हासिल हुए हैं जबकि कांग्रेस की ओर से 894 चंदों के जरिए 79.924 करोड़ रुपये मिलने की जानकारी दी गई है। इस तरह भाजपा ने कांग्रेस से करीब 10 गुना अधिक चंदा हासिल किया है।

दिल्ली से मिला सबसे ज्यादा डोनेशन

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को को सबसे ज्यादा चंदा दिल्ली में मिला है। राष्ट्रीय दलों को दिल्ली से कुल 276.202 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। राजधानी दिल्ली के बाद गुजरात और महाराष्ट्र का नंबर है। गुजरात से राष्ट्रीय पार्टियों को 160.509 करोड़ रुपये और महाराष्ट्र से 96.273 करोड़ रुपये हासिल हुए।

वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान राष्ट्रीय पार्टियों को मिले चंदे में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस वित्त वर्ष के दौरान राष्ट्रीय पार्टियों का कुल चंदा 91.701 करोड़ रुपये बढ़ गया। यदि वित्त वर्ष 2021-22 से इसकी तुलना की जाए तो यह चंदा 12.09 फीसदी ज्यादा है।

भाजपा के चंदे में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी

एडीआर की रिपोर्ट में बताया गया है कि भाजपा को मिलने वाले चंदे में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है। भाजपा को प्राप्त दान की राशि वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 614.626 करोड़ रुपये से 17.12 प्रतिशत बढ़कर वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 719.858 करोड़ रुपये हो गई। वैसे वर्ष 2019-20 की तुलना में 2020-21 के दौरान पार्टी के चंदा में काफी कमी भी दर्ज की गई है। यह कमी करीब 41.49 फीसदी की है।

कांग्रेस को मिलने वाले चंदे में भी गिरावट दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान कांग्रेस का चंदा 95.459 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 16.27 फीसदी घटकर 79.924 करोड़ रुपये हो गया। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक माकपा और आम आदमी पार्टी को मिलने वाले चंदे में भी कमी दर्ज की गई है। पिछली बार के वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस बार माकपा को 39.56 फ़ीसदी कम 3.978 करोड़ रुपये और आप को 2.99 फ़ीसदी कम 1.143 करोड़ रुपये हासिल हुए हैं।

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