Bihar Politics: कांग्रेस ने दिया तेजस्वी को बड़ा झटका, पटना में सचिन पायलट बोले-अभी CM का चेहरा फाइनल नहीं

Bihar Politics: तेजस्वी भी खुद के सीएम बनने का दावा करते रहे हैं मगर कांग्रेस ने अभी तक इस पर हामी नहीं भरी है।;

Update:2025-04-11 15:14 IST

Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल की अगुवाई वाले विपक्षी महागठबंधन की प्रमुख पार्टी कांग्रेस ने राजद को बड़ा झटका दिया है। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि बिहार में अभी मुख्यमंत्री पद का चेहरा फाइनल नहीं हुआ है। पटना के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने सीएम चेहरे के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कौन किस पद पर बैठेगा,यह चुनाव के बाद तय किया जाएगा।

सचिन पायलट का यह बयान राजद नेता तेजस्वी यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने तेजस्वी को पहले ही सीएम का चेहरा घोषित कर रखा है। तेजस्वी भी खुद के सीएम बनने का दावा करते रहे हैं मगर कांग्रेस ने अभी तक इस पर हामी नहीं भरी है। बिहार के कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने भी सचिन पायलट के बयान का समर्थन किया है। अल्लावरु ने पिछले दिनों दिल्ली में भी इसी तरह का बयान देकर राजद खेमे की बेचैनी बढ़ा दी थी।

मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान तेज

मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर विपक्षी महागठबंधन में सहमति बनती नहीं दिख रही है। राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव के अलावा तेजस्वी यादव ने भी हाल में खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताया था। पटना में मुसहर-भुइयां महरौली के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री बनने पर वे उन्हें बसाने का काम करेंगे। इससे पहले राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव भी तेजस्वी को विपक्षी महागठबंधन का सीएम चेहरा बता चुके हैं।

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि तेजस्वी 2020 में भी चेहरा थे और 2025 में भी वही मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे। उन्होंने कहा कि इस बाबत कोई कंफ्यूजन नहीं होना चाहिए। राजद प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस में कोई नेता क्या बोल रहा है, इसका कोई मतलब नहीं है। शीर्ष नेतृत्व को यह बात पता है कि ड्राइविंग सीट पर तेजस्वी यादव ही बैठे हुए हैं।

चुनाव के बाद होगा सीएम का फैसला

दूसरी ओर पटना पहुंचे कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अभी मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर पार्टी की ओर से कोई अंतिम फैसला नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में विपक्षी महागठबंधन की जीत के बाद ही इस बाबत फैसला होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में हमारी सरकार बनने पर निवेश बढ़ाने पर विशेष तौर पर फोकस होगा और नौजवानों को बड़े पैमाने पर नौकरियां दी जाएंगी।

कांग्रेस की ‘नौकरी दो पलायन रोको यात्रा’ का जिक्र करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि इस बड़े मुद्दे को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने 26 दिनों तक यात्रा की है। बिहार के युवाओं को पलायन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है और हम इसे रोकना चाहते हैं। हमें इस मुद्दे पर ध्यान देना होगा कि लोग बिहार से पलायन आखिर क्यों करते हैं।

पायलट ने कहा कि आज बिहार के लोग पूरे देश में जाकर मजदूरी का काम करते हैं या छोटे-मोटे रोजगार खोजते हैं। यह स्थिति एक दिन में नहीं बनी है बल्कि सालों-साल की गलत नीतियों का नतीजा है। सत्ता में बैठे हुए लोग इस हालात के लिए जिम्मेदार हैं। यदि नीतीश कुमार को मोदी को समर्थन देना ही था तो उन्हें बिहार के युवाओं के लिए 10-20 लाख नौकरियां मांगनी चाहिए थीं।

नीतीश ने बिहार के युवाओं के लिए कुछ नहीं किया

इस मौके पर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि बिहार की आबादी करीब 13 करोड़ है और इसमें 8 करोड़ लोग 25 साल से कम आयु वर्ग के हैं। नीतीश कुमार करीब 20 साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हुए हैं मगर उन्होंने इन आठ करोड़ युवाओं को रोजगार मुहैया कराने की दिशा में ठोस पहल नहीं की। यही कारण है कि आज बिहार के युवा पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की तरक्की के लिए इन युवाओं को रोजगार मुहैया कराना जरूरी है।

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