Agneepath Scheme: तीनों सेना प्रमुखों की कल पीएम मोदी के साथ अहम बैठक,अग्निपथ स्कीम पर होगी चर्चा
Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना को लेकर तीनों सेनाओं के प्रमुख कल पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी की सेना प्रमुखों के साथ यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
Agneepath Scheme: केंद्र सरकार (Central Governmnet) की ओर से घोषित अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के खिलाफ भड़के देशव्यापी आक्रोश के बीच तीनों सेनाओं के प्रमुख कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी (PM Modi) की सेना प्रमुखों के साथ यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। हालांकि सरकार और सेना की ओर से यह स्पष्ट किया जा चुका है कि सेना में भर्ती के लिए योजना किसी भी सूरत में वापस नहीं ली जाएगी।
जानकारों का कहना है कि मुलाकात के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) और सेना प्रमुखों के बीच भर्ती से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। सरकार की ओर से पहले ही भर्ती का नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है। माना जा रहा है कि सेना प्रमुख भर्ती से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) को देंगे।
प्रधानमंत्री के साथ होगी महत्वपूर्ण चर्चा
अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) का देश के विभिन्न राज्यों में तीखा विरोध किया जा रहा है। हालांकि सेना की ओर से रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भर्ती से जुड़े विभिन्न पहलुओं को स्पष्ट किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि इस योजना से युवाओं का किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा और उन्हें निश्चिंत भाव से सेना की ओर से आयोजित भर्ती रैली में हिस्सा लेना चाहिए। सेना की ओर से स्पष्टीकरण दिए जाने के बावजूद अभी तक इस मुद्दे पर युवाओं का आक्रोश थमता नहीं दिख रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी सरकार (Modi Government) सेना प्रमुखों की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। सेना प्रमुख भर्ती से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ चर्चा करेंगे। इस मुलाकात के दौरान अभी तक हुए डेवलपमेंट की समीक्षा भी की जा सकती है।
प्रधानमंत्री का कर्नाटक में अहम बयान
प्रधानमंत्री आज विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने के सिलसिले में दो दिवसीय दौरे पर कर्नाटक पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अग्निवीर योजना का नाम लिए बिना महत्वपूर्ण बातें कही हैं। प्रधानमंत्री ने अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के खिलाफ पूरे देश में बढ़ते आक्रोश का भी कोई जिक्र नहीं किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में किसी अच्छी योजना की शुरुआत की जाती है तो उसका विरोध शुरू कर दिया जाता है जबकि वह योजना देश हित में ही लाई जाती है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि सरकार की ओर से की गई अच्छी पहल को भी सियासी रंग देने की कोशिश की जाती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मीडिया भी टीआरपी बढ़ाने के चक्कर में फ॔स कर अच्छी बातों को नजरअंदाज कर देता है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने यह महत्वपूर्ण बयान अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के संबंध में ही दिया है। प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोगों को सरकार की ओर से की गई पहल गलत लग सकती है मगर मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि यह देश के लिए अच्छी योजना साबित होगी।
युवाओं के साथ विपक्षी दल भी खिलाफ
अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) का युवाओं की ओर से ही नहीं बल्कि देश के प्रमुख राजनीतिक दलों की ओर से भी तीखा विरोध किया जा रहा है। कांग्रेस के साथ ही अन्य सभी प्रमुख विपक्षी दलों ने सरकार से इस योजना को तत्काल वापस लेने की मांग की है। बिहार में भाजपा के सहयोगी दल जदयू ने भी योजना पर पुनर्विचार की मांग की है। जदयू नेताओं का कहना है कि जब युवाओं को यह योजना मंजूर नहीं है तब सरकार को इस पर निश्चित रूप से पुनर्विचार करना चाहिए। दूसरी ओर सरकार इस योजना पर अमल करने के फैसले पर डटी हुई है। सेना की ओर से पहली भर्ती का नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है।
सेना का कहना है कि लंबे समय से इस योजना पर काम किया जा रहा था और पूरी तैयारी करने के बाद ही इस योजना की घोषणा की गई है। सेना ने दुनिया के दूसरे देशों का उदाहरण देते हुए यह भी कहा है कि यह वैश्विक ट्रेंड है और युवाओं को इसे खुले दिल से स्वीकार करना चाहिए। सैन्य अधिकारियों का दावा है कि यह योजना सेना और देश के लिए काफी लाभकारी साबित होगी।