Agni-3 Missile: चीन भी होगा Agni-3 के जद में, जानें इस IRBM मिसाइल की खासियत जो परमाणु हथियार ले जानें में है सक्षम
Agni-3 Missile: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बताया कि अग्नि-3 इंटरमीडिएट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है। जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं।
Agni-3 Missile: भारत ने ओडिशा के अब्दुल कलाम व्हीलर आईलैंड पर अग्नि-3 (Agni-3) मिसाइल का सफल परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बताया कि अग्नि-3 इंटरमीडिएट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है। जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी करके बताया है कि ये मिसाइल करीब 17 मीटर लंबी है और उसका व्यास 2 मीटर है। करीब 50 टन वजनी अग्नि-3 मिसाइल अपने साथ में 1.5 टन हथियार ले जाने में सक्षम है। इसकी हथियार ले जाने की क्षमता से ही आप इसकी ताकत का अंदाजा लगा सकते हैं। इसीलिए ऐसा माना जा रहा चीन पाकिस्तान भी अग्नि-3 की जद में होगा।
अग्नि-3 मिसाइल की खासियत?
अग्नि-3 मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत उसकी स्पी़ड है। ये मिसाइल परमाणु हमला कर सकती है। अग्नि-3 मिसाइल को संभालने की जिम्मेदारी स्ट्रेटेजिक फोर्स को कमांडो को सौंपी गई है। बतां दे कि भारत के पास अग्नि सीरीज की 5 मिसाइलें हैं। ये सभी बैलिस्टिक मिसाइल हैं। इन मिसाइलों का इस्तेमाल पारंपरिक विस्फोटक के हमला करने के साथ परमाणु हमला करने में भी हो सकता है।
अग्नि और टेक्टिकल क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के साथ भारत आसानी से 30 से 5,000 किलोमीटर के बीच दुश्मनों के लक्ष्य को निशाना बना सकती है। ब्रह्मोस 30 से 300 किमी के लक्ष्य को मार गिरा सकती है, जबकि अग्नि उससे आगे की दूरी पर लक्ष्य को कवर कर सकती है। ऐसे में दुश्मनों से रक्षा में अग्नि श्रेणी की मिसाइलें भी अहम भूमिना निभा सकती हैं। अग्नि-3 मिसाइल आसानी से आसमान में 450 किलोमीटर तक की ऊंचाई तक आसानी से जा सकती है। यानी कि दुश्मन देशों के सैटेलाइट्स को भी ये मिसाइल आसानी से मार गिराएगी।
गौरतलब है कि इस मिसाइल का पहला टेस्ट 9 जुलाई 2006 को किया गया था, लेकिन पहला प्रयास असफल रहा था। मिसाइल लक्ष्य से पहले ही गिर गई थी। लेकिन उसके बाद में साल 2013, 2015, 2017, और उसके बाद अब नवंबर 2022 में सफल परीक्षण किया गया है।