Air Pollution : सरकार ने उठाया बड़ा कदम, इन पेट्रोल और डीजल वाहनों पर प्रतिबंध, उल्लंघन करने वालों पर 20 हजार का जुर्माना
Air Pollution : राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ता वायु प्रदूषण बड़ा मामला बनता जा रहा है, यहां लोगों का जीना दूभर हो गया है। इसी बीच प्रदूषण को कम करने के उपायों को ध्यान में रखकर दिल्ली सरकार ने 11 सूत्री कार्यक्रम चला रही है।
Air Pollution : राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ता वायु प्रदूषण बड़ा मामला बनता जा रहा है, यहां लोगों का जीना दूभर हो गया है। इसी बीच प्रदूषण को कम करने के उपायों को ध्यान में रखकर दिल्ली सरकार ने 11 सूत्री कार्यक्रम चला रही है। अब सरकार ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP-III) के तहत BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चार पहिया वाहनों पर बैन लगा दिया है। इसके साथ सरकार ने कहा कि इसका उल्लंघन करने वाले के खिलाफ 20,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
दिल्ली सरकार के आदेश के मुताबिक, दिल्ली में BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा। हालांकि आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले वाहनों को छूट रहेगी। वहीं, BS-III मानकों या उससे नीचे के दिल्ली पंजीकृत डीजल संचालित मध्यम माल वाहन (MGV) भी नहीं चलेंगे। इलेक्ट्रिक व्हीकल/CNG/BS-VI डीजल के अलावा एनसीआर राज्यों से आने वाली अंतरराज्यीय बसों को भी शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन उन बसों या टेम्पो ट्रैवलर को अनुमति मिल सकेगी, जिनके पास ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट है।
गंभीर श्रेणी में पहुंच AQI
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में AQI 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया है। सरकार ने वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए इस योजना लागू किया है। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP III) के तहत प्रदूषण को कम करने के उपाय किए गए हैं - जैसे सड़कों की मशीन से सफाई, धूल कम करने के लिए पानी का छिड़काव करना और कूड़े-कवरे के निपटान के लिए उचित व्यवस्था। इसके साथ निर्माण कार्यों को रोक दिया गया है।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता को चार श्रेणियों में रखा गया है। AQI 201-300 तक खराब, AQI 301-400 तक बहुत खराब, AQI 401-450 तक गंभीर और AQ 450 से ऊपर को गंभीर प्लस की श्रेणी में रखा गया है। वहीं, दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 11-सूत्रीय कार्य योजना पेश की है। इसके तहत साफ-सफाई, भीड़-भाड़ वाले इलाकों को चिन्हित करके प्रतिदिन पानी छिड़काव सहित अन्य उपाय उठाए गए हैं।