Mundra Port Drugs Case: किंगपिन की गिरफ्तारी से 3000 किलो मादक पदार्थ बरामदगी मामले से पर्दा
Mundra Port Drugs Case: मुंद्रा बंदरगाह, भारत का सबसे बड़ा निजी वाणिज्यिक बंदरगाह है जिसने पिछले साल दुनिया भर से मीट्रिक टन कार्गो, दवा आदि का 150 मिलियन से अधिक कार्गो का संचालन किया है।
Mundra Port Drugs Case: भारतीय अधिकारियों द्वारा नशीली दवाओं की रोथम को लेकर सबसे बड़े नशीली दवाओं की जब्ती के मामला मे जांच एजेंसी (एनआईए) को सबसे बड़ी सफलता तब हाथ लगी जब उसने ड्रग के दो सरगनाओं को गिरफ्तार किया। पिछले वर्ष राजस्व निदेशालय ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से 3,000 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी गुजरात मे एनआईए, जिसने अक्टूबर 2021 में की सबसे बड़ी खेप की जांच अपने हाथ में ली थी।
राजस्व खुफिया निदेशालय गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से जब्त की हेरोइन मामले में प्रगति कर रहा है। मार्च में, एनआईए ने 16 लोगों को दोषी ठहराते हुए आरोप पत्र दायर किया इस मामले मे पंजाब पुलिस ने कई गिरफ्तारियां भी कीं। कम से कम 15 लोगों को सलाखों के पीछे भेजा। मुंद्रा बंदरगाह, भारत का सबसे बड़ा निजी वाणिज्यिक बंदरगाह है जिसने पिछले साल दुनिया भर से मीट्रिक टन कार्गो, दवा आदि का 150 मिलियन से अधिक कार्गो का संचालन किया है।
ड्रग जब्ती, मामले में बंदरगाह कर्मचारियों और प्राधिकरण की भूमिका पर सवाल खड़े करने वाले लोगों को उस समय पत्तन अधिकारियों ने मीडिया के प्रश्नों के उत्तर में स्पष्ट किया कि ऐसा नहीं है कंटेनरीकृत खेप की सामग्री पर उंकसा सीधा नियंत्रण नहीं है जो उनके बंदरगाहों पर उतरता है।
इन सरगनाओं की हालिया गिरफ्तारी जिसमे हरप्रीत सिंह तलवार उर्फ कबीर तलवार और प्रिंस शामिल हैं दिल्ली के शर्मा मामले पर से पर्दा उठाने में मदद करेंगे। जांच अधिकारी आश्वस्त कि गिरफ्तारी से पूरी आपूर्ति श्रृंखला और मनी लॉन्ड्रिंग, ड्रग के नेटवर्क का पर्दाफाश हो जाएगा। जिससे वितरण और इस अंतरराष्ट्रीय दवा नेटवर्क में शामिल अन्य खिलाड़ी को भी पकड़ा जाएगा ।