Politics: अरविंद केजरीवाल का बड़ा ऐलान, लॉन्च की डॉ. अंबेडकर स्कॉलरशिप स्कीम, जानें कैसे मिलेगा इसका लाभ?
Politics: देश में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को लेकर जहां सियासी पारा चढ़ा हुआ है तो वहीं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दलित समाज के युवाओं को विदेशों में शिक्षा को लेकर डॉ अंबेडकर स्कॉलरशिप स्कीम का ऐलान किया है।
Politics: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाबा साहेब अंबेडकर को लेकर किए गए कमेंट के बाद से देश में सियासत गरमाने लगी है। इस मौके को कोई भी पार्टी अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहती है। आप, कांग्रेस, सपा, बसपा सहित राजनीतिक पार्टियां बीजेपी और अमित शाह पर हमला बोल रही हैं। इसी क्रम में शनिवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी बीजेपी और अमित शाह पर जमकर हमला बोला। यही नहीं केजरीवाल ने तो डॉ. अंबेडकर के सम्मान में दिल्लीवासियों के लिए बड़ा ऐलान भी कर डाला। उन्होंने डॉ अंबेडकर स्कॉलरशिप की घोषणा की। केजरीवाल ने इस स्कॉलरशिप का ऐलान दिल्ली में आयोजित एक खास समारोह में किया।
केजरीवाल ने कहा कि कोई भी दलित समाज का स्टूडेंट विदेश में पढ़ाई करना चाहता है तो उसे पूरा सहयोग आम आदमी पार्टी सरकार करेगी। केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने अपनी जिंदगी में शिक्षा पाने के लिए जितने संघर्ष किए उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। उनके
डॉ. अंबेडकर छात्रवृत्ति स्कीम का ऐलान
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि दलित समुदाय का कोई भी व्यक्ति उच्च शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए मैं डॉ. अंबेडकर छात्रवृत्ति की घोषणा कर रहा हूं। अब दलित समुदाय का कोई भी छात्र जो दुनिया भर के शीर्ष विश्वविद्यालयों में पढ़ना चाहता है, दिल्ली सरकार छात्रों के दाखिले के बाद उनका खर्च वहन करेगी।
अमित शाह और बीजेपी को घेरा
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह और बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह छात्रवृत्ति दलित समुदाय के सरकारी कर्मचारियों के लिए भी लागू होगी। हम डॉ. अंबेडकर छात्रवृत्ति की घोषणा करके बीजेपी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जवाब दे रहे हैं जिन्होंने डॉ. बीआर अंबेडकर का अपमान किया। केजरीवाल ने इस दौरान कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने सबसे ज्यादा तवज्जो शिक्षा को दी।
बोले- अंबेडकर ने शिक्षा को तवज्जो दी
केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने अपनी जिंदगी में शिक्षा पाने के लिए जितने संघर्ष किए उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। उनके जमाने में बहुत छुआछूत थी। उन्हें क्लास से बाहर टाट-पट्टी पर बिठाया जाता था। ऐसी परिस्थिति में पढ़कर उन्होंने बंबई में ग्रेजुएशन पूरी की। फिर कोलंबिया यूनिवर्सिटी से उन्होंने पीएचडी पूरी की। लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स गए और वहां से उन्होंने पीएचडी पूरी की।