Assembly Election Date: जम्मू-कश्मीर और हरियाणा की चुनाव तारीखों का ऐलान, 4 अक्टूबर को आएंगे नतीजे, यहां देखें डेट
Assembly Election 2024: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों पर तीन चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न होंगे। हरियाणा की सभी सीटों पर 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी।
Assembly Election 2024 Date: भारत निर्वाचन आयोग 16 अगस्त 2024 यानी शुक्रवार को दोपहर तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे, जबकि हरियाणा की सभी 90 सीटों पर एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे। दोनों राज्यों के चुनाव नतीजे 4 अक्टूबर को जारी किए जाएंगे। धारा 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर को लोग अपनी राज्य की सरकार चुनने के लिए विधानसभा चुनाव के लिए वोट डालेंगे, जोकि राज्य के पहले चरण का मतदान होगा, जबकि जम्मू कश्मीर में आखिरी चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा। बता दें कि जम्मू कश्मीर में आखिरी बार विधानसभा चुनाव साल 2014 में हुए थे।
जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर होगी पहली वोटिंग
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि जम्मू-क्श्मीर की 90 सीटों पर तीन चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न होंगे। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर होगा। दूसरे चरण की वोटिंग 25 सितंबर को होगी, जबकि तीसरा और आखिरी चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा। पहले चरण के लिए नोटिफिकेशन 20 अगस्त को जारी होगा। नामाकंन की आखिरी तरीखा 27 अगस्त होगी। नामाकंन की जांच पड़ताल 28 अगस्त होगी, जबकि उम्मीदवार के नामांकन वापसी की तिथि 30 अगस्त है, जोकि आखिरी डेट है। उन्होंने कहा कि ये लोकसभा चुनाव के बाद दूसरा पड़ाव है। लोकसभा चुनाव बहुत ही शांति से हुए, जिसकी पूरी दुनिया में चर्चा हुई। कई रिकॉर्ड बने। लोकसभा चुनाव में कश्मीर घाटी की आवाम ने दिखा दिया कि वह तस्वीर बदलना चाहती है और चुनाव में हिस्सा लेना चाहती है।
दूसरे और आखिरी चरण का चुनावी कार्यक्रम
जम्मू कश्मीर के दूसरे चरण के चुनाव के लिए गैजेट नोटिफिकेशन 29 अगस्त को जारी होगा। नामांकन की आखिरी तारीख 5 सितंबर होगी। उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 9 सितंबर होगी। 25 सितंबर को चुनाव होंगे। वहीं, तीसरे चरण के लिए गैजेट नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी होगा, वहीं नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर होगी। उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 17 सितंबर होगी। एक अक्तूबर को चुनाव होंगे।
जम्मू-कश्मीर में 87.09 लाख मतदाता
इस विधानसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर में 11,839 पोलिंग स्टेशन होंगे। हमेशा की तरह अलग से महिला पोलिंग स्टेशन होंगे। 360 मॉडल पोलिंग बूथ होंगे। राज्य में इस समय 87.09 लाख मतदाता हैं। इसमें 20 लाख से ज्यादा युवा मतदाता है। 44.46 लाख पुरुष और 42.63 लाख महिला मतदाता होंगी। यहां पहली बार मतदान करने वालों की संख्या 3.71 लाख होगी। 20 अगस्त को राज्य की फाइनल वोटर लिस्ट जारी होगी।
हरियाणा में एक चरण में होगा मतदान
चुनाव आयोग ने कहा कि इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव में दो करोड़ से अधिक मतदाता नई सरकार को चुनने के लिए मताधिकार का प्रयोग करेंगे। राज्य की सभी 90 सीटों पर एक ही चरण में 1 अक्टूबर, 2024 को वोट डाले जाएंगे। इस बार चुनाव में 20 हजार 269 पोलिंग स्टेशन होंगे। 150 से ज्यादा मॉडल पोलिंग बूथ होंगे। राज्य में 90 विधानसभा सीटों में 73 सीटें सामान्य हैं। 27 अगस्त को आखिरी वोटर लिस्ट जारी की जाएगी।
हरियाणा का चुनावी कार्यक्रम
हरियाणा चुनाव के कार्यक्रम के तारीखों को बात करें तो अधिसूचना 05 सितंबर से जारी होगी। नामांकन की आखिरी डेट 12 सितंबर होगी। नामांकन की जांच 13 सितंबर को होगी। उम्मीदवार के नाम वापसी की आखिरी तारीख 16 सितंबर होगी। इसके बाद 1 अक्टूबर को सभी सीटों पर विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। हालांकि इस दौरान जम्मू-कश्मीर के आखिरी चरण का भी मतदान होगा। चुनाव आयोगा दोनों राज्यों के चुनावी नतीजे 4 अक्टूबर को जारी करेगा।
बुलेट पर बैलट की जीत’
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के बाद राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. चुनाव आयोग ने शुक्रवार 16 अगस्त को विधानसभा चुनाव की तिथियों का ऐलान कर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर और हरियाणा के चुनाव का जायजा लेने आयोग गया था। दोनों जगहों पर लोकतंत्र में शामिल होने की लालसा दिखाई दी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि उम्मीद और जम्हूरियत की झलक लोकसभा चुनाव में बता रही थी की बुलेट पर बैलेट की जीत हुई. जनता ने बुलेट और बॉयकॉट के बदले बैलेट को चुना।
राज्यों की सत्ता पर भाजपा की कड़ी नजर
इस साल जम्मू कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में भी विधानसभा चुनाव होना है। मगर चुनाव आयोगा ने केवल हरियाणा और जम्मू कश्मीर के चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक गया है, जबकि महाराष्ट्र और झारखंड में बिगुल फूंकना बाकी है। बीजेपी के लिए ये चारों राज्य काफी महत्वपूर्ण हैं। महाराष्ट्र और हरियाणा में तो उसकी सरकार ही है, लेकिन झारखंड में पिछले विधानसभा चुनाव में उसे सत्ता गंवानी पड़ी थी। जनता में झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी को चुना था। जम्मू कश्मीर में साल 2014 में भाजपा ने पीडीपी पार्टी के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाई थी, लेकिन गठबंधन की सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई। कश्मीर में बढ़ी रही आतंकी घटनाओं के चलते भाजपा ने अपना समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू हो गया। नवंबर 2018 में, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने राज्य विधानसभा भंग कर दी। 20 दिसंबर 2018 को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। अब जब राज्य में चुनावी बिगुल फूंक गया है तो बीजेपी दोबारा सत्ता पाने के लिए कड़ी कोशिश करेगी। पार्टी ने तैयारियों भी शुरू कर दी हैं। ऐसे में भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है कि वह महाराष्ट्र, झारखंड और जम्मू कश्मीर में फिर से अपनी सरकार बनाए, जबकि हरियाणा में सत्ता जीत का सिलसिला कायम रखे।