कोर्ट से अतीक को झटका, UP से गुजरात जेल में ट्रांसफर, CBI करेगी केस की जांच
बता दें कि दिसंबर 2018 में लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र के निवासी रियल इस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल को अतीक अहमद के गुर्गों ने कथित तौर पर अगवा कर लिया था। मोहित जायसवाल के मुताबिक, उन्हें देवरिया जेल ले जाया गया था। तब बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद देवरिया जेल में बंद थे।
नई दिल्ली: यूपी के पूर्व सांसद व बाहुबली अतीक अहमद और उसके सहयोगियों द्वारा एक कारोबारी के कथित अपहरण और उसे टॉर्चर किए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) को निर्देश दिया कि वह इस मामले की जांच करे। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने अतीक अहमद को गुजरात की एक जेल में भेजने का भी निर्देश दिया। फिलहाल, अतीक अहमद उत्तर प्रदेश की जेल में बंद हैं।
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बता दें कि दिसंबर 2018 में लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र के निवासी रियल इस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल को अतीक अहमद के गुर्गों ने कथित तौर पर अगवा कर लिया था। मोहित जायसवाल के मुताबिक, उन्हें देवरिया जेल ले जाया गया था। तब बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद देवरिया जेल में बंद थे। कारोबारी को जेल की बैरक में ले जाकर पीटा गया था और संपत्ति से जुड़े कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करा लिये गये थे।
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मामले में आलमबाग कोतवाली में अतीक अहमद समेत अन्य आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस दुस्साहसिक घटना के बाद कारागारों की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर बड़े सवाल खड़े हुए थे। शासन ने देवरिया जेल के डिप्टी जेलर समेत चार जेलकर्मियों को निलंबित करने के साथ ही अतीक अहमद को बरेली जेल स्थानान्तरित कर दिया गया था। बीते दिनों डीएम बरेली ने शासन को पत्र लिखकर सुरक्षा कारणों से अतीक अहमद को बरेली जेल से अन्य जेल में स्थानान्तरित किये जाने की सिफारिश की थी।
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