Bengaluru Heavy Rain: भारी बारिश और जलभराव से आईटी हब बेंगलुरु का बुरा हाल
Bengaluru Heavy Rain: सोशल मीडिया पर फुटेज में दिखाया गया कि हवाई अड्डे से यात्रियों को ले जाने के लिए ट्रैक्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
Bengaluru Heavy Rain: भारी बारिश ने बंगलुरू के बुनियादी ढांचे को तार तार कर दिया है। बारिश के चलते आई बाढ़ और जलभराव से भारतीय का आईटी हब घुटनों के बल हो गया है। दर्जनों इलाकों में पीने का पानी तक नहीं है क्योंकि बाढ़ के चलते सप्लाई बंद कर दी गई है। आईटी सेक्टर की कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा है जबकि स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
1990 के दशक में लगभग 8.5 लाख लोगों का ये दक्षिणी महानगर खूब फला फूला। इसकी असंख्य आउटसोर्सिंग और सॉफ्टवेयर कंपनियां अब 'दुनिया का बैक ऑफिस' कही जाती हैं जहां लाखों लोगों को रोजगार मिला हुआ है। लेकिन शहर की इन्हीं कंपनियों की शिकायत है कि बुनियादी ढांचे का विकास नहीं हुआ है, बारहमासी ट्रैफिक जाम और सूखी झीलों तालाबों पर अनियोजित निर्माण के कारण मध्यम वर्षा के बाद भी बार-बार बाढ़ आती है। दरअसल किसी भी अन्य शहर की तरह बंगलुरू का ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त है। हर जगह निर्माण होने से पानी निकासी के रास्ते बंद हो चुके हैं। यही वजह है कि बारिश से हर बार बेहद खराब स्थिति बन जाती है। लोगों का कहना है कि कभी बेंगलुरु को शांत और उम्दा मौसम वाला शहर कहा जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं रह गया है। साल दर साल स्थितियां बिगड़ती जा रही हैं। यही वजह है कि तमाम कंपनियों के कर्मचारी अब घर से ही काम करने का सिलसिला जारी रखने पर जोर दे रहे हैं।
वर्तमान स्थिति है कि शहर के बड़े हिस्से जलमग्न हैं। सोशल मीडिया पर फुटेज में दिखाया गया कि हवाई अड्डे से यात्रियों को ले जाने के लिए ट्रैक्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। आईटी क्षेत्र के लिए छत्र समूह, आउटर रिंग रोड कंपनी एसोसिएशन ने कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी है। एक पंपिंग स्टेशन में पानी भर जाने के बाद शहर के 50 से अधिक क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति दो दिनों के लिए रोक दी गई है।
स्थिति से निपटने के लिए 300 करोड़ रुपये जारी करने का फैसला
इस बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि सरकार ने शहर में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए 300 करोड़ रुपये जारी करने का फैसला किया है। बोम्मई ने कहा कि 1 से 5 सितंबर तक, शहर के कुछ हिस्सों में सामान्य से 150 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, जबकि महादेवपुरा, बोम्मनहल्ली और केआर पुरम क्षेत्रों में सामान्य से 307 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। यह पिछले 32 वर्षों (1992-93) में सबसे अधिक वर्षा है। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में 164 झीलों में पानी भर गया है।
बारिश की स्थिति, बड़े पैमाने पर आज भी पहले जैसी है। भारतीय मौसम विभाग ने कर्नाटक में भारी बारिश, गरज और बिजली गिरने का पूर्वानुमान जारी किया है।