Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी ने लालचौक में फहराया तिरंगा, प्रियंका गांधी भी रहीं मौजूद

Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी की अगुवाई में निकले कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा कल जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त होने वाली है। इससे पहले राहुल गांधी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया।

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2023-01-29 13:14 IST

Bharat Jodo Yatra (Pic:Social Media)

Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी की अगुवाई में निकले कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा कल जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त होने वाली है। श्रीनगर के लाल चौक पर राहुल गांधी ने तय कार्यक्रम के मुताबिक ध्वजारोहण किया। राहुल गांधी के साथ उनकी बहन एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम भी किए गए। 

लाल चौक के बाद 'भारत जोड़ो यात्रा' शहर के बुलेवार्ड क्षेत्र में नेहरू पार्क की तरफ बढ़ेगी, जहां 4,080 किलोमीटर लंबी इस पदयात्रा का 30 जनवरी को समापन हो जाएगा। यह यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। समीपन कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कांग्रेस को करारा झटका दिया है। नीतीश कुमार भी यात्रा के समापन कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे। कांग्रेस की ओर से जिन 21 दलों को न्योता भेजा गया था उनमें से 12 दलों ने समापन कार्यक्रम में हिस्सा लेने की हामी भरी है। 

नीतीश कुमार ने भी किया किनारा

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस की ओर से जिन 21 दलों के नेताओं को समापन कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था, उन्होंने अलग-अलग कारणों से कार्यक्रम में हिस्सा लेने में असमर्थता जता दी है। कई दलों के नेताओं ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने में असमर्थता जताई है। टीएमसी, टीडीपी और समाजवादी पार्टी ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए भारत जोड़ो यात्रा के समापन कार्यक्रम से किनारा कर लिया है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी यात्रा के समापन कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का कहना है कि पूर्वोत्तर के चुनावों की व्यस्तता की वजह से पार्टी इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले सकेगी। ललन सिंह की ओर से बताए गए कारणों को समापन कार्यक्रम से किनारा करने का बहाना माना जा रहा है। 

कांग्रेस की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और तेलंगाना के मुख्यमंत्री व बीआरएस के मुखिया के चंद्रशेखर राव को समापन यात्रा के लिए आमंत्रण नहीं भेजा गया था। ऐसे में विपक्ष के इन दो प्रमुख नेताओं का समापन यात्रा से दूर रहना पहले से ही तय है।

समापन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे कई विपक्षी दल

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि शरद पवार की पार्टी एनसीपी, एमके स्टालिन की अगुवाई वाली द्रमुक, फारूक अब्दुल्ला की अगुवाई वाली जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की अगुवाई वाली जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल, शिबू सोरेन की अगुवाई वाली पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा, उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना, माकपा, केरल कांग्रेस सहित 12 दलों ने यात्रा के समापन कार्यक्रम में हिस्सा लेने की मंजूरी दी है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी शनिवार को भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस की मुहिम को मजबूत बनाने की कोशिश की। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री और पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने भी अवंतीपोरा में भारत जोड़ो यात्रा में शिरकत की। महबूबा मुफ्ती ने पहले ही कहा था कि यह यात्रा देश नफरत का माहौल खत्म करने के लिए निकाली गई है। इसलिए वे इस यात्रा में हिस्सा लेंगी।

विपक्ष का मजबूत मोर्चा बनाना आसान नहीं

भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत पिछले साल 7 सितंबर को कन्याकुमारी से हुई थी। यात्रा में शामिल नेताओं ने 145 दिनों में 3970 किलोमीटर की दूरी तय की है। इस दौरान यात्रा ने 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को कवर किया है और अब इस यात्रा का समापन सोमवार को श्रीनगर में होने जा रहा है।

यात्रा के समापन कार्यक्रम से कई विपक्षी नेताओं के दूरी बना लेने के कदम को विपक्षी एकजुटता के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। 2024 की सियासी जंग से पहले विपक्षी दलों का यह रुख इस बात का स्पष्ट संकेत है कि अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष के लिए भाजपा के खिलाफ मजबूत मोर्चा बनाना आसान साबित नहीं होगा।

Tags:    

Similar News