Bhim Army Chief: चंद्रशेखर पर हमले का राज खुला, सारी सच्चाई सामने आई, इसलिए हुआ था ये बड़ा हमला

Bhim Army Chief: आरोपियों की गिरफ्तारी हरियाणा के अंबाला से हुई। सहारनपुर पुलिस ने इन्हें तब गिरफ्तार किया था, जब वे अंबाला कोर्ट में सरेंडर करने की योजना बना रहे थे।

Update:2023-07-03 11:54 IST
Chandrashekhar azad (photo: social media )

Bhim Army Chief: युवा दलित नेता और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमले का मामला सुर्खियों में है। आजाद इस हमले के पीछे सत्ता में बैठे लोगों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। पुलिस ने घटना के महज एक दिन बाद ही चारों शूटर्स को दबोच लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी हरियाणा के अंबाला से हुई। सहारनपुर पुलिस ने इन्हें तब गिरफ्तार किया था, जब वे अंबाला कोर्ट में सरेंडर करने की योजना बना रहे थे।

पकड़े गए आरोपियों की पहचान लविश, विकास और प्रशांत के रूप में हुई है। तीनों देवबंद के गांव रणखंडी के रहने वाले हैं। जबकि चौथा आरोपी विकास हरियाणा के करनाल के गोंदर गांव का रहने वाला है। वारदात में इस्तेमाल कार की हरियाणा की ही थी। चारों आरोपियों ने रोहतक में आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमले की योजना बनाई थी।

चंद्रशेखर पर हमले का खुला राज

हरियाणा के अंबाला से गिरफ्तार चारों आरोपियों को पुलिस सहारनपुर लेकर आई। यहां पर पुलिस के वरीय अधिकारियों ने हमले के बारे में शूटर्स से सख्ती से पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे पिछले कुछ महीनों से दिल्ली और पश्चिमी यूपी में चंद्रशेखर आजाद द्वारा दिए गए बयानों को लेकर गुस्से में थे। उन्होंने अचानक ही हमले का प्रोग्राम बनाया था।

28 जून को हुआ था हमला

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर 28 जून को उस समय हमला हुआ था, जब वे दिल्ली से लौट रहे थे। देवबंद में कार सवार हमलावरों ने ताबड़तोड़ उन पर फायरिंग कर दी। हमलावरों ने 315 बोर की पिस्टल से 3 राउंड फायरिंग की थी। इस जानलेवा हमले में आजाद घायल हो गए थे। गोली उनकी पीठ को छूकर निकली थी। उन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से एक दिन बाद वे रिलीज हुए, उनकी हालत खतरे से बाहर है।

एंबुलेंस से सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे

शनिवार को राजस्थान के भरतपुर में चंद्रशेखर आजाद पर हुए हमले के विरोध में सामाजिक न्याय सम्मेलन आयोजित किया गया था। जिसमें भीम आर्मी चीफ यूपी से एंबुलेंस के जरिए पहुंचे और कार्यक्रम को संबोधित किया। सभा में उपस्थित भारी भीड़ से गदगद आजाद ने कहा कि हम विचारधारा की लड़ाई लड़ते हैं, इसलिए हम पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं समाज के लिए कुर्बानी देने केल लिए तैयार हूं। आजाद समाज पार्टी के प्रमुख ने आगामी दिनों में जयपुर में विशाल रैली करने का ऐलान भी किया।

महापंचायत का नहीं होगा आयोजन

भीम आर्मी के मुखिया पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में पश्चिमी यूपी में महापंचायत बुलाई गई थी। जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता शामिल होने वाले थे। अब इसे टाल दिया गया है। चंद्रशेखर आजाद ने अपनी पार्टी से कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए इसे टालने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में भीड़ का जुटना अच्छा नहीं है, इससे नुकसान हो सकता है।

पुलिस की कार्रवाई पर खड़े किए सवाल

युवा दलित नेता चंद्रशेखर आजाद ने यूपी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पुलिस पर असल गुनाहगारों को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस सरकार के दबाव में जल्दबाजी में एक्शन ले रही है। हमलावरों को किसने हथियार मुहैया कराए, उन्हें कैसे मेरे आगमन का पता चला। पुलिस ने मामले की लीपापोती के लिए अपने हिसाब से कहानी गढ़ी है। वहीं, इस हमले के बाद सहारनपुर रेंज के डीआईजी ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

बता दें कि रविवार को वरिष्ठ सपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ चंद्रशेखर का हालचाल जानने पहुंचे। आजम ने यहां पहुंचते ही भीम आर्मी चीफ को गले से लगा लिया। इस दौरान सपा नेता ने यूपी पुलिस पर तंज कसते हुए कहा कि मैं चौथी बार का मिनिस्टर मुझ पर मिर्गी चोरी समेत 250 मुकदमे दर्ज कराए गए।

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