Chhattisgarh News: सुरक्षाबलों का अब तक सबसे बड़ा ऑपरेशन, 31 नक्सलियों के शव बरामद
Chhattisgarh News: यह सुरक्षाबलों का अब तक का सबसे बड़ा अभियान है, जब एक ही मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए हैं। इससे पहले 16 अप्रैल को कांकेर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे।
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर-दंतेवाड़ा सीमा पर माड़ इलाके में शुक्रवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। जिसके बाद यहां से 31 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ के दौरान डीआरजी का एक जवान भी घायल हो गया था। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। इस दौरान तलाशी अभियान जारी है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और डीआरजी के अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी मौके पर भेजे गए हैं। सुरक्षाबलों ने एलएमजी राइफल, एके 47 राइफल, एसएलआर राइफल, इंसास राइफल, कैलिबर 303 राइफल और कई अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।
बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मारे गए तीन अन्य नक्सलियों के शव शनिवार सुबह बरामद किए। शुक्रवार को अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। सुरक्षाबलों ने देर रात तक 28 नक्सलियों के शव बरामद किए थे। इलाके में अब भी तलाशी अभियान जारी है।
नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना सुरक्षाबलों को मिली थी
दंतेवाड़ा जिले के बारसूर थाना और नारायणपुर जिले के ओरछा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गवाड़ी, थुलथुली, नेंदूर और रेंगावाया गांव के मध्य स्थित पहाड़ी पर माओवादियों के कंपनी नंबर छह तथा पूर्वी बस्तर डिवीजन आदि के नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना सुरक्षाबलों को मिली थी। इसके बाद गुरुवार दोपहर बाद दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले से डीआरजी और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के जवानों के संयुक्त दल को मौके पर रवाना किया गया था।
अब तक का सबसे बड़ा आपरेशन
शुक्रवार को जब सुरक्षाबल के जवान क्षेत्र में गश्त कर रहे थे उसी समय नक्सलवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबल के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की थी। इस दौरान दोनों तरफ से काफी देर तक गोलीबारी होती रही। मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने 28 नक्सलियों के शव बरामद किए थे। छत्तीसगढ़ के गठन के 24 वर्ष बाद यह सुरक्षाबलों का अब तक का सबसे बड़ा अभियान बताया जा रहा है। जब एक ही मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए हैं। इससे पहले 16 अप्रैल को कांकेर जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे।
नहीं हुई पहचान
सुंदरराज ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि वे माओवादियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) कंपनी नंबर छह, प्लाटून 16 और माओवादियों के पूर्वी बस्तर डिवीजन से थे।