Bihar News: SSP दोस्त को बचाने के लिए फर्जी जज बन गया, DGP को फोन कर केस खत्म करवाने का दबाव, EOU ने छापेमारी कर 4 को पकड़ा

Bihar News: बिहार में एक फर्जी जज की गिरफ्तारी हुई है। वह पटना हाईकोर्ट का सीनियर जज बनकर सीधे डीजीपी को फोन करता था।

Newstrack :  Network
Update:2022-10-17 15:36 IST

बिहार में एक फर्जी जज गिरफ्तार

Bihar News: बिहार में एक फर्जी जज की गिरफ्तारी हुई है। पटना पुलिस ने जालसाजी के आरोप में उसे गिरफ्तार किया है। वह पटना हाईकोर्ट का सीनियर जज बनकर सीधे डीजीपी को फोन करता था। आरोप यह भी है कि उसने गया के तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार को बचाने के लिए डीजीपी एसके सिंघल पर दबाव बना रहा था। शक होने पर जांच की गई तो खुफिया इनपुट से मामले का खुलासा हुआ।

शक होने पर आर्थिक अपराध इकाई को उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिए गए। इसके बाद ईओयू ने घंटे में ही पूरे मामले से पर्दा उठा दिया। गिरफ्तार व्यक्ति का नाम अभिषेक अग्रवाल है। अभिषेक के साथ तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। ईओयू ने आईपीएस आदित्य कुमार सहित उनके दोस्त अभिषेक भूपालका उर्फ अभिषेक अग्रवाल और अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। आदित्य फरार हैं। अभिषेक अग्रवाल, गौरव राज, शुभम कुमार और राहुल रंजन जायसवाल को गिरफ्तार किया गया है।

फर्जी जज गिरफ्तार

वहीं पूछताछ के दौरान अभिषेक ने बताया की वह एक आईपीएस अफसर को बचाने के लिए जज बनकर डीजीपी को फोन करता था। पुलिस ने अभिषेक के पास से नौ सिम कार्ड के साथ दर्जनों मोबाइल मिले हैं। मोबाइल की जब फॉरेंसिक जांच की गई तो आरोप साबित हो गए। सख्ती से पूछताछ में भी आरोपी अभिषेक अग्रवाल ने कबूल किया। वो एक एसएसपी को बचाने के लिए डीजीपी को फोन किया था। जांच में यह बात सामने आई है कि यह पहले भी जेल जा चुका है।

इतना ही नहीं अभिषेक कई बार गृह मंत्री का पीए बनकर भी अफसरों को फोन करता था। अभिषेक की पहुंच बड़े बड़े नेताओं के साथ कई अधिकारियों से भी है। 2018 में भी पुलिस ने अभिषेक को गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा था। इसके पहले 2014 में बिहार के एक पुलिस अधीक्षक को भी ब्लैकमेल किया था। उस समय पुलिस अधीक्षक के पिता से मोटी रकम की भी वसूली की थी। अभिषेक अग्रवाल पर बिहार में जालसाजी के कई मामले दर्ज है। भागलपुर में भी अभिषेक पर मामला दर्ज हैं। अभिषेक बड़े बड़े अधिकारियों नेताओं के साथ फोटो खिंचाकर सोशल मीडिया पोस्ट करता था। पुलिस अब इसके अन्य साथियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। साथ ही इसे जुड़े लोगों की भी पहचान कर रही है।

आर्थिक अपराध इकाई द्वारा की गई कार्रवाई पर एडीजे मुख्यालय जे एस गंगवार ने सोमवार दोपहर को प्रेस कांफ्रेंस किया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को जज बनकर कॉल करता था। उसने जब डीजीपी को कॉल किया तो संदेह हुआ। इसके बाद इसकी सूचना आर्थिक अपराध इकाई को दी गई। इस मामले में की जांच के लिए 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया था। मामले में अभिषेक अग्रवाल समेत 4 को पकड़ा गया है। पूछताछ चल रही है। इस मामले में कई मोबाइल और सिम जब्त किए गए हैं। अभिषेक अग्रवाल का पुराना अपराधिक इतिहास हैं। इनके पुराने मामले पर भी सजा दिलाने का काम किया जाएगा। गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार इस मामले में नामजद अभियुक्त हैं। उनपर भी कार्रवाई होगी।

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