बिहार: NDA में सब कुछ ठीक नहीं है नीतीश जी, ये है बड़ा सबूत!
बिहार में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से ही कयास लग रहे थे कि बीजेपी और जेडीयू में मनमुटाव है। राज्य में रविवार को 8 मंत्रियों के शपथ के बाद जेडीयू ने राजभवन में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था।
पटना: बिहार में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से ही कयास लग रहे थे कि बीजेपी और जेडीयू में मनमुटाव है। राज्य में रविवार को 8 मंत्रियों के शपथ के बाद जेडीयू ने राजभवन में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था। इसमें बीजेपी की तरफ से कोई भी नेता शामिल नहीं हुआ।
वहीं दूसरी तरफ उप मुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने भी इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। सुशील मोदी की इफ्तार पार्टी में भी कोई जेडीयू का नेता शामिल नहीं हुआ। केंद्र की मोदी सरकार में जेडीयू के शामिल नहीं होने के निर्णय के बाद बिहार में इस मंत्रिमंडल विस्तार को जेडीयू की तरफ से बदला लेना माना जा रहा है।
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दूसरी तरफ नीतीश ने नए मंत्रिमंडल विस्तार में एक भी बीजेपी या एलजेपी नेता को जगह नहीं दी। इसके अलावा मंत्रिमंडल के विस्तार में 75 फीसदी पिछड़े और अतिपिछड़े वर्ग के नेताओं को जगह दी गई। बिहार में रविवार को हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन मे जदयू के 8 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई थी।
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मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद बीजेपी और जेडीयू में मनमुटाव की खबरों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि एनडीए में सब कुछ ठीक है। लेकिन दोनों पार्टियों के इफ्तार में दोनों तरफ से किसी के शामिल नहीं होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। साथ ही इस दावे को बल मिल रहा है कि एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं है।