Chhattisgarh में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में तीन की मौत

Chhattisgarh Naxalites Encounter: इस मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के अब तक मारे जाने की जानकारी है। पुलिस टीम ने घटनास्थल से एक LMG और एक AK 47 बरामद की है।

Newstrack :  Network
Update:2024-04-06 11:28 IST

Chhattisgarh Naxalites IED Blast   (photo: social media )

Chhattisgarh Naxalites Encounter: छत्तीसगढ़ में बीजापुर की पुलिस टीम ने नक्सलवाद का सफाया करने का बीड़ा उठा लिया है। मंगलवार की शाम को बीजापुर पुलिस टीम को कोरचोली और लेंड्रा के जंगलों में नक्सलवाद से मुठभेड़ में सफलता मिली थी। इसके बाद बीजापुर के सुरक्षा कर्मियों ने नक्सलियों का एनकाउंटर करना शरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ के उसूर थाना क्षेत्र में पुजारी कांकेर के कर्रीगुटा के जंगलों में बीजापुर पुलिस की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई। बताया जा रहा है कि इस मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के अब तक मारे जाने की जानकारी है। पुलिस टीम ने घटनास्थल से एक LMG और एक AK 47 बरामद की है। इस मुठभेड़ की जानकारी बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने दी है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की बीजापुर पुलिस और ग्रेहाउंड की टीम ने नक्सलवाद के खात्मे के लिए संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया है। जिसके तहत यह कार्रवाई की गई है।

इलाके में जवानों की सर्चिंग जारी

दरअसल, यह मामला बीजापुर जिले के उसूर थाना क्षेत्र का है। जहां शुक्रवार की देर रात पुलिस टीम को तेलंगान-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर बसे पुजारी कांकेर के कर्रीगुटा के जंगलों में नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद छत्तीसगढ़ की बीजापुर पुलिस टीम ने तेलंगाना की ग्रेहाउंड पुलिस फोर्स के साथ संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया। ग्रेहाउंड फोर्स की मदद से बीजापुर के जवान नक्सलियों को घेरने में कामयाब रहें। आज शनिवार की सुबह जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें नक्सलियों के तीन साथियों का जवानों ने एनकाउंटर कर दिया। अब तक की जानकारी के मुताबिक इस मुठभेड़ में तीन नक्सलियों की गोली लगने से मौत हो गई है। पुलिस टीम ने घटनास्थल से एक LMG और एक AK 47 समेत कई हथियार बरामद किए हैं। इस घटना के बाद उसूर थाना क्षेत्र के पूरे इलाके में पुलिस टीम का सर्च ऑपरेशन जारी है। पुलिस को कुछ और नक्सवादियों के इलाके में छुपे होने की आशंका है।

14 साल बाद जवानों ने लिया बदला

वहीं छत्तीसगढ़ की इस मुठभेड़ को 14 साल पहले नक्सलियों द्वारा जवानों पर किए गए हमले का पलटवार माना जा रहा है। 14 साल पहले आज ही के दिन 6 अप्रैल 2010 को नक्सलियों ने सुकमा जिले के ताड़मेटला में CRPF के जवानों पर उस वक्त जानलेवा हमला कर दिया था, जब जवान सर्चिंग से लौट रहे थे। इस हमले में नक्सलियों की गोली से 76 जवानों की मौत हो गई थी। छत्तीसगढ़ उस दिन को काले दिवस के रूप मनाता है। आज जवानों ने नक्सलियों का एनकाउंटर कर 76 जवानों की कुर्बानी का बदला लिया है।

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