Mission 2024: जनवरी के आखिर में पहली सूची जारी करेगी भाजपा, 70 साल से अधिक उम्र वाले नेताओं का कट सकता है पत्ता

Mission 2024: लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की घोषणा के मामले में भी पार्टी विपक्षी दलों से आगे निकलने की कोशिश में जुटी हुई है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-01-11 10:48 IST

BJP Mission 2024 (PHOTO: Social Media )

Mission 2024: देश में जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी के मामले में भाजपा विपक्षी गठबंधन इंडिया से काफी आगे निकलती हुई दिख रही है। विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल घटक दलों के बीच विभिन्न राज्यों में सीटों को लेकर खींचतान चल रही है तो दूसरी ओर भाजपा ने अपनी चुनावी रणनीति को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है। लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की घोषणा के मामले में भी पार्टी विपक्षी दलों से आगे निकलने की कोशिश में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची इस महीने के आखिर में घोषित की जा सकती है।

पार्टी नेतृत्व की ओर से 70 वर्ष से अधिक उम्र वाले नेताओं का टिकट काटने पर भी विचार किया जा रहा है जब तक कि वे पार्टी के लिए अपरिहार्य न हों। भाजपा सूत्रों के मुताबिक जनवरी के आखिरी हफ्ते में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक संभावित है। पार्टी की पहली सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सरीखे दिग्गज उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जा सकते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी भाजपा ने पहली सूची में ही पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का नाम घोषित किया था।

160 सीटों पर घोषित किए जा सकते हैं प्रत्याशी

हाल में कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी भाजपा ने चुनाव तारीखों के ऐलान के पहले ही तमाम सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए थे। पार्टी को इस रणनीति का काफी फायदा भी मिला और पार्टी ऐसी अधिकांश सीटें जीतने में कामयाब रही है। अब वही रणनीति लोकसभा चुनाव में भी अपनाने की तैयारी है। एक अंग्रेजी अखबार में छोटी रिपोर्ट के मुताबिक इस महीने के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो सकती है।

इस बैठक के दौरान पार्टी की पहली सूची को मंजूरी दिए जाने की संभावना है। जानकारों का कहना है कि इस बैठक के दौरान 150 से 160 सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों के नामों को हरी झंडी दिखाई जा सकती है। पार्टी की चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए फरवरी के मध्य में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक भी होने वाली है। पार्टी अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़कर इस बार 350 से अधिक सीटें जीतने की कोशिश में जुटी हुई है।

70 से अधिक उम्र वालों का कट सकता है टिकट

भाजपा इस बार 70 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले और तीन या इससे अधिक बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले नेताओं को टिकट न देने का मन बना रही है। पार्टी की ओर से 70 साल से अधिक उम्र वाले ऐसे नेताओं पर ही दांव लगाया जाएगा जो पार्टी के लिए अपरिहार्य माने जाएंगे। जानकारों का कहना है कि पार्टी की ओर से नए चेहरों,युवाओं और महिलाओं को भी काफी मौका दिए जाने की संभावना है।

भाजपा सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही इस बात का संकेत दे चुके हैं कि पार्टी का विशेष फोकस युवाओं और महिलाओं पर होगा। ऐसी स्थिति में 70 साल से अधिक उम्र वाले अधिकांश नेताओं का पत्ता कटना तय माना जा रहा है।

इन नेताओं के टिकट पर मंडरा रहा है खतरा

यदि मौजूदा स्थिति को देखा जाए तो भाजपा में कुल 56 लोकसभा सांसद ऐसे हैं जिनकी उम्र 70 वर्ष या इससे अधिक हो चुकी है। ऐसे नेताओं में पार्टी के कई चर्चित चेहरे भी शामिल हैं। ऐसे नेताओं में राजनाथ सिंह, वीके सिंह, श्रीपाद नाइक, अर्जुन राम मेघवाल, गिरिराज सिंह, राजेंद्र अग्रवाल, एसएस अहलूवालिया, रविशंकर प्रसाद, संतोष गंगवार, जगदंबिका पाल और राधामोहन सिंह आदि नेता शामिल हैं।

वैसे जानकार सूत्रों का कहना है कि ऐसे सभी नेताओं को टिकट के दायरे से बाहर नहीं रखा जाएगा। पार्टी को संसद में अनुभवी नेताओं की भी जरूरत है और ऐसे में कुछ नेताओं को अपवाद स्वरूप टिकट दिया जा सकता है। पार्टी के लिए अपरिहार्य समझे जाने वाले नेताओं को टिकट से वंचित नहीं किया जाएगा।

कमजोर सीटों पर पहले घोषित होंगे प्रत्याशी

भाजपा की पहली सूची में ऐसी सीटों पर पार्टी की उम्मीदवार घोषित किए जाएंगे जिन पर पार्टी को जीत नहीं मिली थी या जिन सीटों पर पार्टी की जीत का मार्जिन बेहद कम था। पार्टी की ओर से पिछले 2 वर्षों से ऐसी सीटों पर जीत हासिल करने के लिए मेहनत की जा रही है। लोकसभा के 543 सीटों में से भाजपा ने 2019 में 436 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 303 सीटों पर जीत हासिल की थी। 133 सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। इन सीटों के अलावा 31 अन्य सीटों पर पार्टी की स्थिति को कमजोर माना गया था।

इन 164 सीटों का क्लस्टर बनाकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों को भाजपा की चुनावी स्थिति मजबूत बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। माना जा रहा है कि पार्टी इन सीटों पर अपनी उम्मीदवार घोषित करने को प्राथमिकता देगी।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम भी पहली सूची में ही घोषित किए जा सकते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी पार्टी ने अपने बड़े नेताओं के नाम पहली सूची में ही घोषित कर दिए थे। इन नामों के ऐलान के साथ ही पार्टी विपक्ष को चुनौती पेश करने की कोशिश करेगी।

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