Patna Lathicharge: पटना लाठीचार्ज की जांच रिपोर्ट बीजेपी नेताओं ने जेपी नड्डा को सौंपी, सीबीआई जांच की उठाई गई मांग

Patna Lathicharge: प्रदर्शन में शामिल बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस की लाठी कहर बनकर टूटी थी। जिसमें एक बीजेपी नेता की मौत और सैंकड़ों कार्यकर्ता घायल हो गए थे। बीजेपी आलाकमान ने लाठीचार्ज की घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया था, जिसने अपनी रिपोर्ट आज राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है।

Update:2023-07-19 15:21 IST
Patna Lathicharge in BJP Protest (Photo: Social Medai)

Patna Lathicharge: बीते गुरूवार को बिहार की राजधानी पटना में मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने व्यापक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था। जिसमें पार्टी के हजारों कार्यकर्ता राज्य भर से शामिल होने पहुंचे थे। प्रदर्शन में शामिल बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस की लाठी कहर बनकर टूटी थी। जिसमें एक बीजेपी नेता की मौत और सैंकड़ों कार्यकर्ता घायल हो गए थे। बीजेपी आलाकमान ने लाठीचार्ज की घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया था, जिसने अपनी रिपोर्ट आज राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है।

जांच समिति ने अपनी जांच बीते शनिवार को शुरू की थी। इसका नेतृत्व झारखंड के पूर्व सीएम और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास कर रहे थे। उनके अलावा समिति में मूलरूप से बिहार के रहने वाले दिल्ली से बीजेपी सांसद और चर्चित भोजपुरी गायक मनोज तिवारी, सुनीता दुग्गल और विष्णु दयाल राम शामिल थे। समिति ने अपनी रिपोर्ट में बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।

झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने ट्वीट कर लिखा, नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव सरकार ने बर्बरतापूर्ण पूर्व नियोजित लाठीचार्ज कर सैंकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं को घायल कर दिया। इसमें एक कार्यकर्ता की शहादत हो गई। हमने भाजपा कार्यकर्ता, सांसद-विधायक, छात्र और महिलाओं पर हुए षड़यंत्रपूर्ण, बर्बर और अमानवीय लाठीचार्ज की उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से न्यायिक जांच अथवा सीबीआई से जांच कराने का आग्रह किया है।

बीजेपी नेता की हो गई थी मौत

13 जुलाई को प्रदर्शन में शामिल होने जहानाबाद से पटना आए बीजेपी नेता विजय सिंह की मौत हो गई थी। उनकी मौत को लेकर जमकर बवाल हुआ। बीजेपी का आरोप है लाठीचार्ज के दौरन चोट लगने के कारण उनकी जान गई। वहीं, सरकार में शामिल जदयू-राजद के नेताओं का कहना है कि उनकी मौत प्राकृतिक है। पटना का पुलिस-प्रशासन भी मौत को नेचुरल बता रहा है। हालांकि, बीजेपी का आरोप है कि अधिकारी सरकार के दवाब में सच को दबा रहे हैं।

रिपोर्ट में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से आने वाले प्रशासन को क्लीन चिट देने पर निराशा प्रकट की गई है। बीजेपी का दावा है कि उसके 771 कार्यकर्ता उस दिन लाठीचार्ज में घायल हुए थे। पुलिस ने अस्पताल में भी घुसकर मारा था। पुलिस ने महिला, छात्र और बुजुर्ग किसी को भी नहीं बख्शा। यहां तक वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद जर्नादन सिंह सिग्रीवाल पर भी डंडे बरसाए गए।

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