BJP: असम में बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक, लोकसभा चुनाव को लेकर बनेगा प्लान

BJP Mahila Morcha: विपक्षी इंडिया गठबंधन की मजबूत होती एकजुटता को देखते हुए बीजेपी जमीन पर अपने विभिन्न संगठनों को एक्टिव करने की तैयारी शुरू कर दी है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-09-09 11:43 IST

BJP Mahila Morcha (photo: social media )

BJP Mahila Morcha: 2024 में हो रहे लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष के साथ-साथ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी भी मिशन मोड में काम कर रही है। केंद्र में मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में देशव्यापी अभियान छेड़कर इसकी शुरूआत की जा चुकी है। वहीं, विपक्षी इंडिया गठबंधन की मजबूत होती एकजुटता को देखते हुए बीजेपी जमीन पर अपने विभिन्न संगठनों को एक्टिव करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी को लेकर पूर्वोत्तर राज्य असम में आज यानी शनिवार 9 सितंबर को दो दिवसीय बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हो रही है।

असम भाजपा महिला विंग की अध्यक्ष अंगूरतला डेका के मुताबिक, पहली बार देश के उत्तर-पूर्वी राज्य में बीजेपी महिला विंग की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। ये बैठक दो दिन 9 और 10 सितंबर यानी आज और कल आयोजित की जाएगी। इस बैठक में पूरे देश के 180 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। बैठक गुवाहाटी के अटल बिहारी वाजपेयी भवन में बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन की मौजूदगी में होगी।

लोकसभा चुनाव को लेकर बनेगा प्लान

चुनावी राजनीति में महिला वोटरों की अहमियत काफी बढ़ी है। कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में सरकारों के रिपीट में और मौजूदा सरकार के हारने में इनका बड़ा योगदान रहा है। कई सर्वे इस बात की तस्दीक कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी भी इस बात से अच्छी तरह से परिचित है। इसलिए केंद्र की योजनाओं में भी महिलाओं पर खास फोकस होता है। चुनावी वर्ष पार्टी अब अपनी महिला विंग को एक्टिव कर देश की महिला मतदाताओं को टारगेट करने की कवायद में जुट गई है। गुवाहाटी में आयोजित दो दिवसीय बैठक में इसी पर चर्चा होगी। बैठक में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महिला लाभार्थियों तक पहुंचने की रूपरेखा तय की जाएगी।

पूर्वोत्तर में बीजेपी के सामने चुनौती

केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद से देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों में विकास के काफी काम हुए हैं। पीएम मोदी अपने भाषणों में पूर्वोत्तर की उपेक्षा को लेकर पूर्व की कांग्रेस सरकारों पर लगातार हमला बोलते रहे हैं। पूर्वोत्तर में बीजेपी को इसके कारण राजनीतिक सफलता भी मिली। लेकिन मणिपुर जातीय हिंसा के कारण पार्टी को वहां जबरदस्त झटका लगा है। मई में शुरू हुई हिंसा अब भी जारी है, जिसका असर पूर्वोत्तर के बाकी राज्यों पर भी पड़ा है। लिहाजा असम में बीजेपी महिला विंग की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर पार्टी एक संदेश देने की कोशिश कर रही है। इस बैठक में पूर्वोत्तर राज्यों की महिला शाखाओं की सभी सदस्यों को बुलाया गया है।

पूर्वोत्तर में बीजेपी के पास कितनी सीटें ?

पूर्वोत्तर के सात राज्यों में लोकसभा की कुल 26 सीटें हैं। 2014 में बीजेपी ने महज आठ सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन पांच साल की मेहनत और एनडीए के पूर्वोत्तर संस्करण नेडा (नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस) के विस्तार ने बीजेपी को कई राज्यों में सत्ता दिलाई। नतीजा 2019 के आम चुनाव में पार्टी को 15 सीटों पर जीत मिली और तीन अतिरिक्त सीटें गठबंधन के सहयोगी दलों के हिस्से आईं। वहीं, 2014 में 8 सीटें जीतने वाली कांग्रेस चार पर ही सिमट गई और चार सीटें क्षेत्रीय पार्टी के हिस्से में गई थी। मणिपुर हिंसा के बाद बीजेपी के सामने अगले साल हो रहे आम चुनाव में अपनी मौजूदा स्थिति बरकरार रखने की सबसे बड़ी चुनौती होगी।

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