Mission 2024: भाजपा की रणनीति में होगा ग्रामीण इलाकों पर फोकस, देश के हर गांव तक पहुंचने की तैयारी, जनवरी में शुरू होगा अभियान
Mission 2024: विपक्षी दलों के बीच अभी तक सीटों के बंटवारे को लेकर ही बड़ा पेंच फंसा हुआ है तो दूसरी ओर भाजपा ने उम्मीदवारों के चयन से लेकर अपने प्रचार अभियान को धारदार बनाने की रणनीति पर अमल की तैयारी भी कर ली है।
Mission 2024: 2024 के लोकसभा चुनाव को जीतने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। हालांकि रणनीति बनाने के मामले में भाजपा विपक्षी दलों की अपेक्षा काफी आगे नजर आ रही है। विपक्षी दलों के बीच अभी तक सीटों के बंटवारे को लेकर ही बड़ा पेंच फंसा हुआ है तो दूसरी ओर भाजपा ने उम्मीदवारों के चयन से लेकर अपने प्रचार अभियान को धारदार बनाने की रणनीति पर अमल की तैयारी भी कर ली है।
2024 की सियासी जंग के दौरान भाजपा ने देश के ग्रामीण इलाकों पर विशेष फोकस करने का फैसला किया है। इसके लिए देश के हर गांव तक जनसंपर्क अभियान छेड़ने की तैयारी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने इस बाबत राज्य इकाइयों को पत्र लिखकर तैयारी में जुटने का निर्देश दिया है। ग्रामीणों के साथ ही युवा मतदाताओं पर भी भाजपा की खास निगाहें हैं और इसके जरिए भाजपा 2024 की जंग जीतकर हैट्रिक लगाने की तैयारी में जुटी हुई है।
‘गांव-गांव चलो अभियान’ छेड़ेगी भाजपा
देश के हर गांव तक पार्टी की पहुंच बनाने के लिए होमवर्क पहले ही शुरू किया जा चुका है। पार्टी ने इसके लिए देशभर में सात लाख गांवों की पहचान की है। हालांकि 2011 की जनगणना के अनुसार देश में गांवों की संख्या करीब 6 लाख 40 हजार है मगर भाजपा ने पार्टी के प्रचार की सहूलियत के लिए कुछ बड़े गांवों को दो भागों में विभाजित कर लिया है।
गांवों की पहचान करने के साथ ही पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पार्टी के प्रदेश प्रमुखों को पत्र लिखकर गांवों में जनसंपर्क अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है। पार्टी की ओर से इस बड़े कार्यक्रम को ‘गांव-गांव चलो अभियान’ का नाम दिया गया है।
इस अभियान के जरिए ग्रामीण इलाकों के लोगों को सरकार की विभिन्न योजनाओं और पार्टी के कार्यक्रमों की पूरी जानकारी दी जाएगी। यह अभियान जनवरी के पहले हफ्ते में शुरू करने का निर्देश दिया गया है। इस अभियान को फरवरी तक चलाया जाएगा ताकि सभी गांवों को विधिवत कवर किया जा सके।
पार्टी के बड़े नेता भी लेंगे अभियान में हिस्सा
पार्टी अध्यक्ष की ओर से दिए गए निर्देश के मुताबिक हर एक गांव के लिए भाजपा के एक कार्यकर्ता की तैनाती की जाएगी। बड़े गांवों में ज्यादा कार्यकर्ताओं को तैनात करने की तैयारी है। पार्टी के इस महत्वाकांक्षी अभियान में केंद्रीय मंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता भी हिस्सा लेंगे। पार्टी के बड़े चेहरे भी विभिन्न गांवों का दौरा करके पार्टी की चुनावी स्थिति को और मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे।
युवा मतदाताओं से भी संपर्क साधने पर जोर
ग्रामीण मतदाताओं से संपर्क साधने के साथ ही युवा और पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं से संपर्क साधने के अभियान में भी पार्टी इस बार पूरी ताकत लगाएगी। ग्रामीण मतदाताओं तक पहुंच बनाने के साथ ही पार्टी अध्यक्ष नड्डा ने युवाओं और पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं को आकर्षित करने की दिशा में भी ठोस पहल करने का निर्देश दिया है।
भाजपा की ओर से 23 जनवरी से युवा बैठकों का आयोजन किया जाएगा। इन बैठकों के आयोजन की जिम्मेदारी भारतीय जनता युवा मोर्चा को सौंपी गई है। देश भर में ऐसी 5000 बैठकें आयोजित करने की तैयारी है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस 24 जनवरी को मनाया जाएगा और इससे एक दिन पहले इन बैठकों के जरिए युवा मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने का बड़ा अभियान शुरू हो जाएगा।
पहली बार वोट डालने वालों पर पार्टी की निगाहें
इन बैठकों में कम से कम एक हजार ऐसे युवा मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है जो 2024 के लोकसभा चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे। इस कदम के जरिए पार्टी पांच लाख युवा मतदाताओं तक अपनी पहुंच बनाने की कोशिश करेगी। इससे पार्टी को सियासी मजबूती मिलने की उम्मीद है।
सियासी जानकारों का मानना है कि पार्टी का यह अभियान गेम चेंजर साबित हो सकता है क्योंकि ग्रामीण और युवा मतदाता चुनाव नतीजे का फैसला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पार्टी के जरिए 2014 और 2019 की जीत के बाद 2024 में हैट्रिक लगाने की कोशिश में जुटी हुई है।