फंसे BJP सांसद: सभी पर हिंसा भड़काने का आरोप, अब होगी कड़ी कार्यवाई

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात करते हुए कहा थाकि झड़पों में शामिल किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।

Update: 2020-05-16 13:40 GMT

पश्चिम बंगाल सरकार और बीजेपी के बीच हमेशा तनातनी बनी ही रहती है। हमेशा दोनों ही तरफ से एक दूसरे के खिलाफ कोई मौक़ा नहीं छोड़ना चाहते। अब ताजा मामला सामने आ रहा है। जिसमें पश्चिम बंगाल में दो बीजेपी सांसदों पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी और अर्जुन सिंह ने कथित तौर पर हुगली जिले के तेलीनिपारा गांव में हिंसा भड़काई है।

22 मई को दोनों सांसदों को होना है पेश

आरोपी दोनों सांसदों पर के खिलाफ चांदनगर पुलिस कमिश्नरेट में मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही दोनों सांसदों को नोटिस जारी कर इस मामले में 22 मई को पेश होने का भो आदेश दिया गया है। जिसमें उनसे दोपहर 12 बजे इस मामले पर पूछताछ की जायेगी। आपको बताते चलें कि जिस मामले में इन दोनों सांसदों पर मामला दर्ज किया गया है असल में वो मामला क्या है।

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ये पूरी घटना भी कहीं न कहीं कोरोना से जुड़ी हुई है। हुआ यूं कि बीते सप्ताह तेलीनिपारा गांव में एक समुदाय ने दूसरे समुदाय को तंज भरे लहजे में कोरोना कहकर संबोधित किया था। बास इतना कहते ही धीरे धीरे इस मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में भिड़ंत शुरू हो गई। जबकि इस दौरान बम फेंके जाने की भी खबर सामने आई।

ममता बनर्जी ने कहा दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्यवाई

एक प्रमुख समाचार एजेंसी के मुताबिक़ इस घटना के बाद तेलीनिपारा और इसके आस-पास के चंदननगर और श्रीरामपुर इलाकों में कई बम फेंके गए और कई दुकानों में जमकर तोड़-फोड़ भी की गई। मामला इस कदर बढ़ गया कि शांत करने के लिए पुलिस को उपद्रवियों पर लाठी चार्ज करना पड़ा। जिसके बाद इस घटना के सम्बन्ध में करीबन 129 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद मामले की गंभीरता को समझते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात करते हुए कहा था

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कि झड़पों में शामिल किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा। इस घटना के बाद पूरे हुगली जिले में सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गई थी। आगे सावधानी बरतते हुए पूरे इलाके में इंटरनेट सेवायें बंद कर दी गईं थीं। फिलहाल पुलिस का कहना है कि अब स्थिति नियंत्रण में हैं। और इलाके की इंटरनेट सेवायें भी चालू कर दी गईं हैं। बास हिंसा प्रभावित इलाकों में सख्ती जारी रहेगी। और कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवायें अभी नहीं चालू की जाएंगी।

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