BJP Manifesto Karnataka: यूनिफॉर्म सिविल कोड का वादा, गरीबों को तीन फ्री सिलेंडर और रोज मुफ्त दूध मुहैया कराने का ऐलान
BJP Manifesto Karnataka: कर्नाटक के मतदाताओं को लुभाने के लिए भाजपा की ओर से कई बड़े वादे किए गए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज बेंगलुरु में पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया। जिसमें यूनिफॉर्म सिविल कोड, गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवारों को साल में तीन मुफ्त गैस सिलेंडर और बीपीएल कार्ड धारको को प्रतिदिन मुफ्त दूध मुहैया कराने का वादा किया है।
BJP Manifesto Karnataka: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपना पिटारा खोल दिया है। भाजपा की ओर से आज जारी किए गए घोषणापत्र में पार्टी ने कर्नाटक में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने का वादा किया है। इसके साथ ही पार्टी ने गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवारों को साल में तीन मुफ्त गैस सिलेंडर मुहैया कराने की भी घोषणा की है। बीपीएल कार्ड धारको को प्रतिदिन मुफ्त दूध भी मुहैया कराया जाएगा।
कर्नाटक के मतदाताओं को लुभाने के लिए पार्टी की ओर से कई और बड़े वादे भी किए गए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज बेंगलुरु में पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा भी मौजूद थे।
घोषणापत्र को बताया विजन डॉक्यूमेंट
भाजपा की ओर से आज जारी किए गए घोषणापत्र को विजन डॉक्यूमेंट बताया गया है। इसकी थीम है प्रजा ध्वनि यानी जनता की आवाज। पार्टी अध्यक्ष नड्डा की ओर से आज जारी किए गए घोषणापत्र में 16 बड़े वादे किए गए हैं। पार्टी ने इस बार राज्य में बड़ा सियासी दांव चलते हुए यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने का वादा किया है। पार्टी ने सत्ता में वापसी पर एनआरसी लागू करने पर की भी घोषणा की है। इसके साथ ही गरीबी की रेखा से नीचे जीवन जीने वाले मतदाताओं को लुभाने के लिए भी बड़ा कदम उठाया गया है।
पार्टी ने कहा है कि गरीबी रेखा के नीचे जीवन जीने वालों को साल में तीन मुफ्त सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएंगे। पार्टी का कहना है कि गरीब परिवारों को उगादी,दीपावली और गणेश चतुर्थी के मौके पर ये मुफ्त सिलेंडर मुहैया कराए जाएंगे। इसके साथ ही बीपीएल कार्ड धारकों को प्रतिदिन आधा लीटर मुफ्त नंदिनी दूध मुहैया कराने की भी घोषणा की गई है।
हर वर्ग का ख्याल रखने का दावा
पार्टी का कहना है कि करीब छह लाख लोगों से सुझाव लेने के बाद पार्टी का घोषणा पत्र तैयार किया गया है और इसमें राज्य के समुचित विकास के साथ ही हर वर्ग की सुख-सुविधा का पूरा ख्याल रखा गया है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु को देश के प्रमुख महानगरों में गिना जाता है और भाजपा ने वादा किया है कि सत्ता में वापसी होने पर बेंगलुरु का राजधानी के रूप में और ज्यादा विकास किया जाएगा।
पार्टी के घोषणापत्र में मुस्लिम आरक्षण खत्म किए जाने का भी जिक्र किया गया है। राज्य की बोम्मई सरकार ने पिछले दिनों मुस्लिमों का आरक्षण कोटा घटाकर लिंगायत और वोक्कालिंगा समुदाय का आरक्षण बढ़ाया था। इसे भी भाजपा का बड़ा सियासी दांव माना गया था। कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में लिंगायत और वोक्कालिंगा समुदाय के मतदाता हार-जीत में प्रमुख भूमिका निभाते रहे हैं।
भाजपा का विजन डॉक्यूमेंट
-कर्नाटक की सत्ता में वापसी होने पर यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किया जाएगा।
-गरीब परिवारों को सालाना तीन मुफ्त गैस सिलेंडर देने का वादा।
-घोषणा पत्र में कृषि पर सबसे ज्यादा फोकस।
-किसान इंश्योरेंस, बीज खरीद के लिए 10 हजार की मदद जैसे कई और महत्वपूर्ण वादे।
-किसानों के लिए एग्रो फंड के नाम से इमरजेंसी फंड।
-गरीब कल्याण पर जोर, शहर में पांच लाख गरीबों को घर।
-ग्रामीण इलाकों के 10 लाख गरीबों को घर।
-BPL को रोज आधा लीटर नंदिनी दूध।
-10 किलो चावल भी देने का ऐलान।
-महिलाओं पर खास ध्यान।
-इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर जोर देगी भाजपा सरकार।
-12वीं पास लड़कियों के लिए खास योजना शुरू की जाएगी।
-युवाओं के लिए खास घोषणा।
कर्नाटक का चुनाव भाजपा के लिए क्यों है अहम
कर्नाटक का चुनाव भाजपा के लिए इस बार काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दक्षिण भारत में कर्नाटक अकेला ऐसा राज्य है जहां मौजूदा समय में भाजपा की सत्ता है। कर्नाटक की सत्ता में वापसी करके भाजपा दक्षिण में अपने जनाधार को और मजबूत बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। इसी कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कर्नाटक के चुनाव में पूरी ताकत लगा रखी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को कर्नाटक के दौरे पर थे और इस दौरान उन्होंने कई जनसभाओं को संबोधित करने के साथ ही रोड शो के जरिए भी मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की थी। राज्य में 10 मई को होने वाले चुनावों से पहले पीएम मोदी की कई और बड़ी जनसभाओं का आयोजन करने की तैयारी है। कर्नाटक में इस बार भाजपा को कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है और यही कारण है कि पार्टी ने कर्नाटक के चुनाव में पूरा जोर लगा रखा है।