Mission 2024: उम्मीदवारों के नामों के ऐलान के पहले ही खुल जाएंगे भाजपा के चुनाव कार्यालय, प्रदेश अध्यक्षों को निर्देश जारी
Mission 2024: जनवरी से पार्टी फुल फॉर्म में नजर आने की तैयारी में जुटी हुई है और इसीलिए सभी लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी के चुनाव कार्यालय 30 जनवरी तक खोलने के निर्देश दिए गए हैं।
Mission 2024: भारतीय जनता पार्टी ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। विभिन्न राज्यों में पार्टी की सियासी स्थिति मजबूत बनाने के लिए अलग-अलग रणनीति अपनाने की तैयारी है। पार्टी की ओर से ऐसी 162 सीटों पर विशेष फोकस किया जा रहा है जहां पार्टी कमजोर स्थिति में है या जहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था।
जनवरी से पार्टी फुल फॉर्म में नजर आने की तैयारी में जुटी हुई है और इसीलिए सभी लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी के चुनाव कार्यालय 30 जनवरी तक खोलने के निर्देश दिए गए हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से सभी प्रदेश अध्यक्षों को इस बाबत निर्देश जारी किए गए हैं।
30 जनवरी तक खुल जाएंगे चुनाव कार्यालय
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से प्रदेश संगठनों को से कहा गया है कि वे लोकसभा चुनाव की तारीखों और उम्मीदवारों के नाम के ऐलान का इंतजार न करें। भले ही उम्मीदवारों के नाम का ऐलान न किया गया हो मगर विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव ऑफिस खोलने का काम पूरा हो जाना चाहिए। इसके लिए 30 जनवरी की डेडलाइन भी तय की गई है। इसके पूर्व ही चुनावी दफ्तर खोलने का काम पूरा किया जाना है।
उम्मीदवारों के नाम की घोषणा से पूर्व ही विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा के चुनाव कार्यालय काम करना शुरू कर देंगे। चुनाव कार्यालय के जरिए ही प्रचार सामग्री का वितरण, चुनाव तैयारी से जुड़ी बैठकों और अन्य गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।
यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि अभी तक उम्मीदवारों के नामों के ऐलान के बाद ही चुनाव कार्यालय खोलने की परंपरा रही है मगर इस बार भाजपा चुनाव तैयारी में कोई कसर बाकी न छोड़ते हुए यह काम पहले ही पूरा कर लेगी।
वोट प्रतिशत बढ़ने पर पार्टी का जोर
इससे पूर्व पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी की दो दिन तक चली बैठक के दौरान भी पार्टी की चुनावी रणनीति पर गहराई से मंथन किया गया था। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस बार बड़ी जीत हासिल करने के लिए वोट शेयर बढ़ाने पर लगातार जोर दे रहा है।
बैठक के दौरान 2024 की सियासी जंग में 10 फीसदी वोट शेयर बढ़ाने पर जोर दिया गया। पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा समेत अन्य शीर्ष नेताओं का कहना था कि इस बढ़ोतरी के जरिए पार्टी 50 फ़ीसदी वोट हासिल करने में कामयाब होगी जिससे बड़ी जीत हासिल करने में मदद मिलेगी।
नए मतदाताओं पर भाजपा की निगाहें
इसके साथ ही पार्टी की ओर से नए मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने पर खासा जोर दिया जा रहा है। नए मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी भाजपा युवा मोर्चा को सौंपी गई है। भाजपा युवा मोर्चा की ओर से देश के विभिन्न देशों में इसके लिए सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। आयोजन की शुरुआत 24 जनवरी को होने वाली है।
देशभर में ऐसे पांच हजार सम्मेलन आयोजित करने की तैयारी है। पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ाने की दिशा में इसे महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कई अन्य कदमों का ऐलान भी आने वाले दिनों में किए जाने की संभावना है। इसके लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है।
चुनावी खर्च कम करने का निर्देश
इसके साथ ही पार्टी नेतृत्व की ओर से प्रदेश संगठनों को चुनावी खर्च कम करने का निर्देश भी दिया गया है। प्रदेश संगठनों से कहा गया है कि वे कार्यकर्ताओं को समझाएं कि झंडे,बैनर, पोस्टर और वाहन आदि पर कम खर्च किया जाए।
इसकी जगह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाने और उन्हें सरकार की योजनाओं व पार्टी के कार्यक्रमों से जोड़ने पर जोर दिया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे लोगों को समझाएं कि पैसे खर्च करके चुनाव जीतना कांग्रेस की संस्कृति रही है और इसके लिए भ्रष्टाचार की मदद ली जाती है।