Bharat Jodo Yatra: राकेश टिकैत ने की राहुल गांधी से मुलाकात, किसान मुद्दों पर चर्चा, यात्रा में शामिल होने से किया था इनकार
Bharat Jodo Yatra: भारत जोड़ो यात्रा में भाकियू के नेता राकेश टिकैत ने आज राहुल गांधी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
Bharat Jodo Yatra: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने से इनकार करने वाले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सोमवार को राहुल गांधी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। राहुल गांधी की टिकैत के बीच हुई इस चर्चा के दौरान योगेंद्र यादव और कई और किसान नेता भी मौजूद थे।
टिकैत और राहुल गांधी से की मुलाकात
केंद्र सरकार की ओर से बनाए हुए कृषि कानूनों के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने वाले टिकैत और राहुल गांधी की इस मुलाकात को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कांग्रेस की ओर से राहुल और टिकैत की मुलाकात की कई तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की गई हैं। कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी ने टिकैत की मौजूदगी में अन्नदाताओं के साथ उनकी समस्याओं के संबंध में चर्चा की है।
यात्रा में शामिल होने से किया था इनकार
कांग्रेस की ओर से उत्तर प्रदेश में टिकैत को भारत जोड़ो यात्रा में आमंत्रित किया गया था मगर टिकैत ने यात्रा में हिस्सा नहीं लिया था। ब्रेक के बाद उत्तर प्रदेश से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत से पहले टिकैत ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया था। उनका कहना था कि वे इस यात्रा में शामिल नहीं होंगे। भारतीय किसान यूनियन के जिला स्तर से ऊपर के नेताओं को भी यात्रा में शामिल होने से रोक दिया गया था। हालांकि टिकैत का कहना था कि भाकियू कार्यकर्ता यात्रा में हिस्सा लेने के लिए स्वतंत्र हैं।
भारत जोड़ो यात्रा उत्तर प्रदेश से निकलकर अब हरियाणा पहुंच गई है। ब्रेक के बाद तीन जनवरी को उत्तर प्रदेश से यात्रा की शुरुआत हुई थी। उत्तर प्रदेश में तीन दिनों की यात्रा के बाद राहुल गांधी हरियाणा पहुंचे चुके हैं और आज हरियाणा के शाहबाद में टिकैत के साथ उनकी मुलाकात हुई।
राहुल से टिकैत की मुलाकात क्यों है अहम
सियासी जानकारों का मानना है कि टिकैत से मुलाकात के जरिए राहुल गांधी ने किसानों के साथ एकजुटता का संदेश दिया है। दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के समय भी राहुल गांधी ने खुलकर किसानों की मांगों का समर्थन किया था। यही कारण है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल और टिकैत की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। टिकैत ने भारतीयों को गैर राजनीतिक संगठन बताते हुए भारत जोड़ो यात्रा से किनारा किया था। उनका कहना था कि हमारे संगठन में कई विचारधाराओं के लोग हैं। इसलिए मैं इस यात्रा में शामिल नहीं हो सकता। हालांकि उन्होंने यात्रा के उद्देश्यों को अच्छा बताया था।
नरेश टिकैत ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर यात्रा का किया था समर्थन
इससे पहले भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख नरेश टिकैत भी भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने राहुल गांधी को पत्र लिखकर यात्रा का समर्थन किया था। उनका कहना था कि यात्रा के 100 दिन वैचारिक क्रांति लेकर आए हैं। उनका कहना था कि यात्रा के दौरान किसानों से जुड़ी समस्याओं को भी उजागर किया गया है। महात्मा गांधी की दांडी यात्रा की तरह यह यात्रा भी सबके लिए प्रेरणादायक बनेगी।