बेंगलुरु में नहीं बढ़ेंगे कंटेनमेंट जोन, येदियुरप्पा सरकार उठाने जा रही है ये बड़ा कदम
इस वक्त की बड़ी खबर बेंगलुरु से आ रही है। यहां राज्य सरकार कोरोना को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। जिसके मुताबिक अगर कोई कोरोना केस सामने आएगा तो पूरे इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के बजाय केवल उस घर या अपार्टमेंट को सील किया जाएगा।
बेंगलुरु: इस वक्त की बड़ी खबर बेंगलुरु से आ रही है। यहां राज्य सरकार कोरोना को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। जिसके मुताबिक अगर कोई कोरोना केस सामने आएगा तो पूरे इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के बजाय केवल उस घर या अपार्टमेंट को सील किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीबीएमपी आयुक्त बीएच अनिल कुमार ने बताया, कंटेनमेंट जोन का नियम अब बदल जाएगा। केवल एक ही घर को कंटेनमेंट जोन में रखने पर विचार किया जा रहा है। गली और वॉर्ड को इससे अलग कर दिया जाएगा। कंटेनमेंट जोन रेगुलेशन पर भी काम चल रहा है।'
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उन्होंने दावा किया कि बेंगलुरु की स्थिति मुंबई और चेन्न ई जैसे शहरों से अलग है। यहां पर संक्रमण के प्रसार को कंट्रोल किया गया है।
कोविड-19 वॉर रूम के शनिवार के बुलेटिन के अनुसार, बेंगलुरु के 126 वार्ड में से 126 गलियों और 19 अपार्टमेंट्स को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
उधर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने भी कोविड-19 के खिलाफ कर्नाटक की तरफ से उठाए जा रहे कदमों की सराहना की है। उन्होंने कहा हर कन्फर्म केस के बाद यहां 47 कॉन्टैक्ट को ट्रेस किया गया, जबकि दिल्ली में ये संख्या सिर्फ 2।1 है। इतना ही नहीं कर्नाटक ने
इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण वाले लोगों के भी बड़ी संख्या में कोरोना टेस्ट करवाये।' ,अगर प्रति 10 लाख लोगों की बात की जाए तो दूसरे मेट्रो शहरों के मुकाबले बेंगलुरु में बेहद कम केस है।
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