PM Modi Speech in Lok Sabha: 'तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी...संसद में बोले PM मोदी
Parliament Budget Session: संसद के बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया। कांग्रेस को उन्होंने आड़े हाथों लिया।
PM Modi Speech in Lok Sabha: संसद के बजट सत्र के 8वें दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया। पीएम मोदी ने इस दौरान पूर्व की UPA सरकार पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को 'संकल्प से सिद्धि' तक की यात्रा का खाका बताया। उन्होंने खुशी जाहिर की, कि किसी ने भी इस पर आपत्ति नहीं जताई।
गौरतलब है कि, एक दिन पहले ही धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने लोकसभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर तीखे वार किए थे। उन्होंने कई सवाल किए थे। राहुल गांधी ने अडानी मसले पर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया था। जिसका आज प्रधानमंत्री ने जवाब दिया।
विकसित भारत बनाकर रहेंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'नॉर्थ ईस्ट की बात हो रही थी। आप वहां से घूमकर आइए। वहां हजारों युवा जो हथियार उठा लिए थे, वे मुख्यधारा में लौटे हैं। 9 साल में 7,500 लोगों ने सरेंडर किया। पीएम ने त्रिपुरा में परिवारों को दिए गए आवास की भी बात की। उन्होंने कहा कि, नॉर्थ ईस्ट के हर कोने में सुख शांति है। पीएम मोदी बोले, राजनीतिक विचारधारा में भिन्नता हो सकती है मगर ये देश अजर-अमर है। उन्होंने धैर्य से सुनने के लिए विपक्ष को भी धन्यवाद दिया। मोदी बोले, 'आइए हम मिलकर चल पड़ें। ये संकल्प लें कि हम आजादी के 100 साल मनाएंगे। एक विकसित भारत बनाएंगे।'
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर राहुल की प्रतिक्रिया
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अडानी मामले में जेपीसी की मांग को फिर दोहराया है। राहुल गांधी ने कहा, 'प्रधानमंत्री उनको बचा रहे हैं। जांच की बात क्यों नहीं हो रही। बेनामी संपत्ति पर बात क्यों नहीं हुई। बहुत बड़ा घपला हुआ है।'
लाल चौक पर झंडा फहराने का भी जिक्र किया
प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' की ओर इशारा करते हुए कहा कि, 'पिछली शताब्दी के उत्तरार्ध में मैं भी जम्मू-कश्मीर में यात्रा लेकर गया था। लाल चौक पर तिरंगा फहराने का संकल्प लेकर गया था। लेकिन तब आतंकियों ने पोस्टर लगाए थे, कि देखते हैं किसने अपनी मां का दूध पीया है। जो लाल चौक पर झंडा फहराता है। उस दिन 24 जनवरी का दिन था। मैंने तब भरी सभा में कहा था कि आतंकी कान खोलकर सुन लें 26 जनवरी को ठीक 11 बजे मैं लाल चौक पहुंचूंगा, वो भी बिना सुरक्षा के आऊंगा। बुलेट प्रूफ जैकेट के बिना आऊंगा। फैसला लाल चौक पर होगा। किसने अपनी मां का दूध पीया है...वो समय था।'
'जम्मू-कश्मीर में बदले हालात, आज सैकड़ों की तादाद में जा सकते हैं'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आज कश्मीर के हालात बदले हैं। उन्होंने याद दिलाया जब मैं झंडा फहराया, तो दुश्मन देश का बारूद भी सलामी कर रहा है। बंदूक और बम फोड़ रहा है। आज जो शांति आई है। चैन से वहां जा सकते हैं। सैकड़ों की तादाद में जा सकते हैं। ये माहौल दिया है। पर्यटन की दुनिया में कई दशकों के बाद रिकॉर्ड टूटे हैं। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में लोकतंत्र का उत्सव मनाया जा रहा है। आज जम्मू-कश्मीर में 'हर घर तिरंगा' कार्यक्रम सफल हो रहा है।'
प्रधानमंत्री- लेटलतीफी बन गई थी रेलवे की पहचान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हम वर्षों से अंग्रेजों की बिछाई रेल लाइन पर निर्भर थे। आज रेलवे का कायाकल्प तेजी से हो रहा है। पहले ट्रेन में धक्का-मुक्की और लेटलतीफी रेलवे की पहचान बन गई थी। आज रेलवे की तस्वीर तेजी से बदल रही है। वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express) चल रही है। उन्होंने कहा, मेरे सार्वजनिक जीवन में चार-पांच दशक हो गए हैं। गांव-गांव से गुजरा हूं। समाज की प्रकृति से भली-भांति परिचित हूं। पीएम मोदी बोले, आज हर सांसद अपने क्षेत्र से होकर गुजरने वाली 'वंदे भारत ट्रेन की मांग कर रहा है। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों का तेजी से कायाकल्प किया जा रहा है। एक्सप्रेस-वे, हाईवे का जाल बिछ रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि, 70 साल में जितने एयरपोर्ट बने उतने हमने 9 साल में बनवा दिया।'
'मध्यम वर्ग को नकार दिया गया था'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'वोट बैंक' की राजनीति को लेकर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'इससे समस्या पैदा हुई। मध्यम वर्ग को नकार दिया गया। मध्यम वर्ग अपनी पूरी शक्ति खपा देता था कि जो करना है, खुद ही करना है। हमारा कोई नहीं। हमारी सरकार ने उसकी ईमानदारी को पहचाना है। उन्होंने 2014 के पहले डेटा की कीमतों और आज इंटरनेट के उपयोग को लेकर तुलनात्मक कीमत बताते हुए कहा, आज हर नागरिक का औसतन 5,000 हजार रुपए हर महीने बच रहा है। जन औषधि के कारण मध्यम वर्ग का 20 हजार रुपए बचा है।'
बहन-बेटियों के लिए अवसर खोला
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, 'आज आदिवासियों का 'गौरव दिवस' मनाया जा रहा है। अब तक कितने ही परिवार पहली बार पक्के घर में पहुंचे। उन्होंने ये भी कहा, लाल किले से जब हम 'इज्जत घर' की बात करते हैं तब मेरा मजाक बनाया जाता है। हमने देश की बहनों के सशक्तिकरण का काम किया। माइनिंग (mining) से डिफेंस (Defense) तक बहन-बेटियों के लिए अवसर खोला। ये काम हमारी सरकार ने किया है।
गांव-गांव तक पहुंच रही 4जी कनेक्टिविटी
प्रधानमंत्री ने कहा, '2014 के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ सबसे अधिक वंचित परिवारों को मिला। पहली बार इन परिवारों में बिजली पहुंची है। नल से जल मिल रहा है। जो बस्तियां आपको चुनाव के समय ही याद आती थी, आज सड़क-बिजली पानी के साथ 4जी कनेक्टिविटी भी वहां पहुंच रही है। आदिवासी राष्ट्रपति के रूप में दिखती हैं, पूरा देश गौरव गान कर रहा है।'
पीएम मोदी- हमने वंचितों को दिया उनका हक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा, 'उनकी गालियों को 140 करोड़ देशवासियों से गुजरना होगा। जनता के आशीर्वाद के सुरक्षा कवच को 'झूठ के शस्त्र' से तुम कभी भेद नहीं पाओगे। प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा कि, तुम परिवार के लिए जीते हो, मोदी 140 करोड़ लोगों के लिए जीता है। कुछ लोग परिवार तबाह करने पर लगे हैं। पीएम मोदी ने कहा, कि समाज के वंचितों को वरीयता के संकल्प को लेकर हम चल रहे हैं। दशकों तक दलित, पिछड़े और आदिवासी को जिस हाल पर छोड़ दिया गया था, वो सुधार नहीं आया था। जिसे संविधान निर्माताओं ने सोचा था।
'गलीच आरोपों को को जनता कैसे स्वीकार करेगी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा कि, 'विपक्ष पहले ये तय करे कि भारत कमजोर हुआ है या मजबूत। पहले कहते हैं कि देश कमजोर हुआ है और फिर कहते हैं कि भारत दूसरे देशों पर दबाव बनाकर फैसले करवा रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि, कुछ लोग अब भी अहंकार में जी रहे हैं। वे सोचते हैं कि मोदी को गाली देकर ही रास्ता निकलेगा। पीएम मोदी ने कहा, मोदी पर देशवासियों का ये भरोसा इनकी समझ के दायरे से बाहर है। ये ऐसे ही नहीं आया है। उन्होंने कहा, आपके गलीच आरोप को जनता कैसे स्वीकार करेगी।'