नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा हुए 4.7 लाख करोड़ की बेहिसाबी रकम पर IT ने मांगा जवाब
नोटबंदी के बाद 18 लाख लोगों ने बैंकों में 4.17 लाख करोड़ रुपए जमा किए। अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर इन लोगों पर है। इसकी जांच की जा रही है।
नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद 18 लाख लोगों ने बैंकों में 4.7 लाख करोड़ रुपए की बेहिसाब रकम जमा की। अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर इन लोगों पर है। इसकी जांच की जा रही है। सेंट्रल बोर्ड फॉर डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) ने 18 लाख लोगों को ईमेल और एसएमएस के जरिए मैसेज भेज कर इस संबंध में जानकारी जुटाना शुरु कर दिया है। इस क्रम में गुरूवार (2 फरवरी) को 13 लाख लोगों को मैसेज और ईमेल भेजकर जानकारी मांगी गई है। बाकी बचे 5 लाख लोगों को ऑपरेशन क्लीन मनी के तहत मैसेज और ईमेल मिल जाएंगे। अकाउंट होल्डर्स को ई-वेरिफिकेशन के जरिए डिपॉजिट की डिटेल देनी होगी। यह बात गुरूवार (2 फरवरी) को सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने पोस्ट बजट सेमिनार के दौरान यह बात कही।
और क्या कहा सीबीडीटी के चेयरमैन ने ?
-सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने कहा कि जांच में 18 लाख लोगों के बारे में जानकारी जुटाई गई है।
-जिन्होंने बैंकों में 4.17 लाख करोड़ रुपए नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा किए थे।
-उन्होंने कहा कि 10 लाख और लोगों के डाटा को जुटाया जा रहा है।
-सुशील चंद्रा ने कहा कि सीबीडीटी इस काम में जुटा हुआ है कि वह उन लोगों को टैक्स के दायरे में जल्द से जल्द ला सके, जो लोग टैक्स नहीं देते हैं।
-उन्होंने कहा कि ऑपरेशन क्लीन मनी के तहत इन 18 लाख लोगों की तरफ से बैंक में जमा किए गए रुपयों पर टैक्स वसूल किया जा सके।
-इससे पहले सुशील चंद्रा ने बताया था कि लोगों को 10 दिन का समय दिया जाएगा कि वो इस बावत अपना जवाब दे सकेंगे।
-इसके लिए इन लोगों को ई फाइलिंग पोर्टल पर जानकारी देनी होगी।
ऑपरेशन क्लीन मनी
-बता दें कि नोटबंदी के दौरान हुए बड़े कैश डिपॉजिट का वेरिफिकेशन करने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ऑपरेशन क्लीन मनी शुरू किया है।
-इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ऑपरेशन के पहले चरण में डिपॉजट का ई-वेरिफकेशन कर रहा है।
-इस वेरिफिकेशन का मकसद गड़बड़ी करने वालों की पहचान करना है।
-ऑपरेशन क्लीन मनी प्रोजेक्ट सीबीडीटी के तहत चलाया जा रहा है।
-जिसमें डिपॉजिटर्स के प्रोफाइल और डाटा की जांच की जा रही है।