Delhi Excise Policy: ED के सहायक निदेशक, एयर इंडिया के कर्मचारी सहित कई पर FIR दर्ज, CBI का बड़ा एक्शन

Delhi Liquor Policy Case: दिल्ली शराब घोटाला मामले में ED ने अपनी जांच रिपोर्ट सीबीआई को दी थी। इसी के आधार पर सीबीआई ने ये एफआईआर दर्ज की है।

Update:2023-08-28 22:32 IST
Delhi Excise Policy (Social Media)

Delhi Excise Policy Case: दिल्ली शराब घोटाला मामले में सोमवार (28 अगस्त) को केंद्रीय एजेंसी सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सहायक निदेशक पवन खत्री (Pawan Khatri), एयर इंडिया के कर्मचारी दीपक सांगवान (Deepak Sangwan), क्लेरिजेस होटल एंड रिसॉर्ट्स के CEO विक्रमादित्य समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

इन सबके खिलाफ आपराधिक साजिश (Criminal Conspiracy), लोक सेवक को रिश्वत देने, भ्रष्ट और गलत तरीकों से या व्यक्तिगत प्रभाव का इस्तेमाल कर अनुचित लाभ उठाने के लिए लोक सेवक को प्रभावित करने संबंधित अपराध के तहत FIR दर्ज किया गया है।

ED के सहायक निदेशक अरेस्ट

बता दें, शराब कारोबारी अमनदीप ढल्ल (Amandeep Dhall) द्वारा 5 करोड़ रुपए के कथित भुगतान के संबंध में CBI ने ED के सहायक निदेशक पवन खत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इससे पहले, बीते शुक्रवार को मामले में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था। अदालत ने मनीष सिसोदिया को नया बैंक अकाउंट खोलकर सैलरी निकालने की अनुमति दी थी।

कई रसूखदारों पर CBI की कार्रवाई

केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने 28 अगस्त को बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली शराब घोटाले मामले में चल रही जांच सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सहायक निदेशक पवन खत्री समेत कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। ED के सहायक निदेशक के खिलाफ FIR को बड़ा एक्शन माना जा रहा है। यह मामला दिल्ली शराब नीति मामले में आरोपी शराब व्यवसायी अमनदीप सिंह ढल (Amandeep Singh Dhall) से कथित तौर पर 5 करोड़ रुपए लेने के खिलाफ दर्ज किया गया है। इन दोनों के अलावा कई अन्य बड़े नाम भी शामिल हैं। सीबीआई ने एयर इंडिया के सहायक महाप्रबंधक दीपक सांगवान, क्लेरिज होटल्स एंड रिसॉर्ट्स के सीईओ विक्रमादित्य, चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रवीण कुमार वत्स सहित दो अन्य ईडी में यूडीसी नितेश कोहर (UDC in ED Nitesh Kohar) तथा बीरेंद्र पाल सिंह को भी नामजद किया गया है।

ED की शिकायत पर हुई कार्रवाई

दरअसल, सीबीआई की ये कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय की एक शिकायत के बाद की गई। शिकायत में दिल्ली सरकार की एक्साइज पॉलिसी मामले की जांच के दौरान पाया गया कि केस के आरोपी और शराब कारोबारी अमनदीप ढल तथा उनके पिता बीरेंद्र पाल सिंह ने 5 करोड़ रुपए रिश्वत के तौर पर दी थी।

चार्टर्ड अकाउंटेंट ने किया खुलासा
केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि, चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रवीण वत्स (Praveen Vats) को ED जांच में मदद की व्यवस्था करने के लिए कहा गया था। जिसमें वत्स ने प्रवर्तन निदेशालय को बताया कि सांगवान ने उन्हें दिसंबर 2022 में पवन खत्री से मिलवाया था। प्रवीण ने ईडी से बताया, उन्होंने आरोपियों की सूची से अमनदीप ढल का नाम हटाने के लिए दिसंबर, 2022 में वसंत विहार में ITC होटल के पीछे एक पार्किंग के पास सांगवान और खत्री को 50 लाख रुपए एडवांस में भुगतान किया था। जांच में जुटे अधिकारियों के अनुसार, ईडी ने अपनी जांच सीबीआई को भेजी थी। जिसके आधार पर केंद्रीय जांच एजेंसी ने मुक़दमा दर्ज किया।

गौरतलब है कि, शराब घोटाला मामले की वजह से दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार मुश्किलों में है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पहले ही जेल के भीतर हैं। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई बड़े चेहरों से नकाब उतरने लगा है। इसी कड़ी में ED के सहायक निदेशक पर FIR अहम मानी जा रही है।

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