चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में तीनों शीर्ष पदों पर खिला कमल, रविकांत बने नए मेयर

रविकांत शर्मा चार साल पहले कांग्रेस नेता प्रदीप छाबड़ा को हराकर पहली बार पार्षद का चुनाव जीते थे। रविकांत को जहां इस बार मेयर के चुनाव में कुल 27 में से 17 वोट तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र सिंह बबला को पांच वोट प्राप्त हुए।

Update:2021-01-08 16:22 IST
चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर और बीजेपी पार्षद हीरा नेगी ने अस्वस्थ होने की वजह से इस बार मतदान में भाग नहीं लिया था।

चंडीगढ़: चंडीगढ़ में मेयर की कुर्सी पर अब बीजेपी का कब्जा हो गया है। यहां मेयर समेत तीन शीर्ष पदों पर बीजेपी की जीत हुई है। बीजेपी के प्रत्याशी रविकांत शर्मा अब शहर के नए मेयर बन गए हैं।

उन्हें 27 में से 17 वोट मिले हैं। वहीं सीनियर डेप्युटी मेयर के पद पर बीजेपी के महेश इंद्र सिद्धू और डेप्युटी मेयर के पद पर बीजेपी की फरमिला देव ने की विजय हुई है।

इस बार बीजेपी ने निगम सदन के तीनों पदों पर जीत दर्ज की है। चंडीगढ़ के नये मेयर रविकांत शर्मा मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के ऊना के रहने वाले हैं। वह बीते से यहां रह रहे हैं।

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चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में तीनों शीर्ष पदों पर खिला कमल, रविकांत बने नए मेयर(फोटो:सोशल मीडिया)

रविकांत ने चार साल पहले ही जीता था पार्षद का चुनाव

गौर करने वाली बात ये हैं कि रविकांत शर्मा चार साल पहले कांग्रेस नेता प्रदीप छाबड़ा को हराकर पहली बार पार्षद का चुनाव जीते थे। रविकांत को जहां इस बार मेयर के चुनाव में कुल 27 में से 17 वोट तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र सिंह बबला को पांच वोट प्राप्त हुए।

रविकांत बीजेपी के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं और वह पिछले साल सीनियर डेप्युटी मेयर बने थे। चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर और बीजेपी पार्षद हीरा नेगी ने अस्वस्थ होने की वजह से इस बार मतदान में भाग नहीं लिया था।

सदन में बीजेपी के 20 पार्षद, कांग्रेस के 5 पार्षद और शिरोमणि अकाली दल के एक पार्षद हैं। इसके अलावा एक वोट सांसद का रहता है। जीत के लिए 13 मत की जरूरत थी।

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में तीनों शीर्ष पदों पर खिला कमल, रविकांत बने नए मेयर(फोटो:सोशल मीडिया)

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सूद के मेयर पद के उम्मीदवार की रेस से बाहर होने का ये है कारण

ऐन वक्त पर मेयर की रेस में भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद बाहर हो गए थे। सूद के मेयर पद के उम्मीदवार की रेस से बाहर होने का एक बड़ा कारण ये था कि वह भाजपा अध्यक्ष है और भाजपा एक पद एक नेता की नीति पर काम कर रही है।

इसी कारण भाजपा अध्यक्ष होते के नाते उन्हें मेयर का उम्मीदवार नहीं बनाया गया था। मेयर सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के उम्मीदवारों की घोषणा भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने की थी।

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