Chandrayaan-3: ISRO का चंद्रयान-3 पर ताजा अपडेट, चांद पर अब क्या कर रहा रोवर प्रज्ञान?

Chandrayaan-3 : चन्द्रमा पर पहुंचने के बाद रोवर प्रज्ञान की चहलकदमी शुरू हो गई है। रोवर MOX इस्ट्रैक निकल चुका है। इसरो ने एक वीडियो भी जारी किया है।

Update:2023-08-24 22:10 IST
Chandrayaan-3 (Social media)

Chandrayaan-3 : भारत का बहुप्रतीक्षित मून मिशन चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक इतिहास रच चुका है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चंद्रयान-3 के माध्यम से चांद के दक्षिणी ध्रुव (South Pole of Moon) पर कदम रखने में सफल रहा। सॉफ्ट लैंडिंग काफी मुश्किल थी, मगर वैज्ञानिकों के प्रयास और देशवासियों की दुआओं ने उसे भी आसान कर दिया। इसी के साथ चांद के दक्षिणी हिस्से में पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया। चन्द्रमा पर पहुंचने के बाद रोवर प्रज्ञान (Rover Pragyan) की चहलकदमी जारी है।

चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) से जुड़ा बड़ा अपडेट गुरुवार (24 अगस्त) की देर शाम आया। ISRO ने अपने अधिकारिक हैंडल से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया कि, रोवर MOX, इस्ट्रैक निकल चुका है। इसने चांद पर चहलकदमी शुरू कर दी है। साथ ही, इसरो ने एक और वीडियो जारी कर बताया है कि लैंडर इमेजर कैमरे ने टचडाउन से ठीक पहले चंद्रमा की तस्वीर कैसे ली।

क्या है लैंडर और रोवर की भूमिका?

यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, लैंडर विक्रम (Lander Vikram) और रोवर प्रज्ञान (Rover Pragyan) का कुल वजन 1752 किलोग्राम है। इन्हें चंद्रमा के परिवेश का अध्ययन करने के लिए भेजा गया है। ज्ञात हो, चंद्रमा के एक दिन (पृथ्वी का करीब 14 दिन) तक संचालित करने के लिए डिजाइन किया गया है।

ISRO के संचार केंद्र से स्थापित है लैंडर का लिंक

चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग के बाद रोवर बाहर निकला। रोवर प्रज्ञान के बाहर निकलने के साथ ही इसरो ने अपने लैंडर के साथ एक संचार लिंक भी स्थापित किया। बता दें कि, रोवर चंद्रमा की जानकारी जुटाने में लगा है। इसरो ने 24 अगस्त की सुबह इस बात की जानकारी दी कि, चंद्रयान-3 लैंडर (Chandrayaan-3 Lander) और बेंगलुरु स्थित इसरो के संचार केंद्र MOX-ISTRAC के बीच संचार लिंक स्थापित हो गया है। सभी सुचारू काम कर रहे हैं।

इसरो ने ये भी बताया

ISRO ने आज शाम भी ट्वीट कर बताया था कि, चंद्रयान-3 मून मिशन की सभी गतिविधियां निर्धारित समय पर हैं। सभी प्रणालियां सामान्य हैं। लैंडर मॉड्यूल (lander module) के तीन पेलोड शुरू हो गए हैं। जबकि, प्रोपल्शन मॉड्यूल पर शेप पेलोड रविवार को चालू किया गया था।

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