Chandrayaan-3 Mission: भारत के मून मिशन से पाक में खलबली, ISRO का मजाक उड़ाने वाला नेता भी अब करने लगा तारीफ
Chandrayaan-3 Mission: विशेष रूप से पाकिस्तान में भी इस अभियान की खासी चर्चा है। भारत के इस बड़े अभियान को लेकर पाकिस्तान में खलबली मची हुई है।
Chandrayaan-3 Mission: भारत के चंद्रयान-3 अभियान की दुनिया के अन्य देशों में भी खूब चर्चा हो रही है। भारत आज इतिहास रचने के करीब पहुंच गया है और दुनिया के अन्य देशों ने भी भारत की इस बड़ी कामयाबी पर निगाहें लगा रखी हैं। विशेष रूप से पाकिस्तान में भी इस अभियान की खासी चर्चा है। भारत के इस बड़े अभियान को लेकर पाकिस्तान में खलबली मची हुई है। पाकिस्तान की पूर्ववर्ती इमरान सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री रहे फवाद हुसैन चौधरी ने भारत के मून मिशन की खुलकर तारीफ की है।
उन्होंने भारत के चंद्रयान-3 मिशन की प्रशंसा करते हुए इसे मानव जाति के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया है। उन्होंने यहां तक मांग कर डाली कि चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर लैंडिंग का पाकिस्तान में लाइव प्रसारण किया जाना चाहिए। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि 2019 में चंद्रयान-2 का मिशन फेल होने के बाद फवाद चौधरी ने भारत और इसरो का मजाक उड़ाया था। वे कई और मौकों पर भी भारत के खिलाफ जहर उगलने के साथ देश का मजाक उड़ा चुके हैं।
पाकिस्तान के नेता ने दी बधाई
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद ने एक्स पर लिखा कि पाकिस्तान की मीडिया को चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर लैंडिंग के समय लाइव प्रसारण करना चाहिए। उन्होंने भारत के लोगों, वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष समुदाय को बधाई देते हुए इसे मानव जाति के लिए ऐतिहासिक क्षण तक बताया। इससे पूर्व इसरो की ओर से मून मिशन लॉन्च करने के वक्त 14 जुलाई को भी फवाद हुसैन ने भारत के वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष समुदाय को बधाई दी थी। उन्होंने मिशन के कामयाब होने के लिए शुभकामनाएं भी दी थीं।
पाकिस्तान में लाइव प्रसारण दिखाने की मांग
भारत के इस मून मिशन की पाकिस्तान में भी खूब चर्चा हो रही है और माना जा रहा है कि इसी कारण फवाद हुसैन ने यह टिप्पणी की है। उनका कहना है कि पाकिस्तान के लोगों को भी चंद्रयान-3 की लैंडिंग को दिखाया जाना चाहिए। इससे पूर्व 2019 में जब भारत का चंद्रयान-2 अभियान विफल हो गया था तो फवाद हुसैन ने इसरो और भारत का जमकर मजाक उड़ाया था।
उन्होंने इसरो के अभियान पर तीखी टिप्पणी करने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला था। उनका कहना था कि किसी अज्ञात क्षेत्र में उद्यम करना कोई बुद्धिमानी का परिचय नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने दूसरे मून मिशन पर 900 करोड़ रुपए खर्च करने को लेकर मोदी सरकार पर सवाल भी उठाए थे।
भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण
दूसरे मून मिशन के फेल होने के चार साल बाद आज भारत फिर इतिहास रचने के करीब पहुंच चुका है। भारत से पहले चंद्रमा पर केवल रूस, अमेरिका और चीन ही अपने यान की सॉफ्ट लैंडिंग कर सके हैं मगर भारत के लिए यह गर्व की बात इसलिए मानी जा रही है क्योंकि चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारने की तैयारी है और आज तक वहां कोई देश नहीं पहुंच सका है।
ऐसा कमाल करने वाला भारत पहला देश होगा। अभी तक मिशन तय समय के मुताबिक चल रहा है और सभी प्रणालियों की नियमित जांच की जा रही है। इसरो की लंबी चौड़ी टीम इस काम में लगी हुई है और पूरे देश में मिशन की कामयाबी की प्रार्थनाएं की जा रही है। इसरो की वेबसाइट, यूट्यूब और फेसबुक पेज पर आज शाम 5:20 बजे से लैंडिंग का सीधा प्रसारण किया जाएगा।