85th Congress convention 2023: रायपुरअधिवेशन के बीच सिंहदेव का CM पद पर दावा, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए नई मुसीबत

85th Congress convention 2023: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सिंहदेव के बीच लंबे समय से तनातनी चलती रही है। सिंहदेव ने कहा कि हर कोई मुख्यमंत्री बनना चाहता है और इसमें कोई बुराई नहीं है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2023-02-24 13:01 GMT

85th Congress convention 2023 (सोशल मीडिया) 

85th Congress convention 2023: रायपुर में कांग्रेस के आज से शुरू हुए अधिवेशन के बीच छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (T S Singhdeo) ने राज्य के मुख्यमंत्री पद के लिए दावा ठोक कर कांग्रेस की मुसीबतें बढ़ा दी है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सिंहदेव के बीच लंबे समय से तनातनी चलती रही है। सिंहदेव इससे पहले भी मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी जताते रहे हैं।

वैसे इस बार सिंहदेव की ओर से दावेदारी जताए जाने की टाइमिंग काफी महत्वपूर्ण है। रायपुर में आज से ही कांग्रेस का तीन दिवसीय अधिवेशन शुरू हुआ है और कांग्रेस के लगभग सारे वरिष्ठ नेता इस अधिवेशन में हिस्सा लेने के लिए रायपुर पहुंचे हुए हैं। मिशन 2024 की रणनीति के नजरिए से इस अधिवेशन को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है मगर सिंहदेव ने राज्य के सीएम पद की दावेदारी करके कांग्रेस नेतृत्व की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

चुनावी साल में ठोका सीएम पद पर दावा

राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मंत्री सिंहदेव ने कहा कि हर कोई मुख्यमंत्री बनना चाहता है और इसमें कोई बुराई नहीं है। मेरा भी चेहरा कभी मुख्यमंत्री पद के लिए सामने रखा गया था। अगर मुझे राज्य का मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलता है तो मैं जनता की सेवा करने के लिए यह बड़ी जिम्मेदारी संभालूंगा।

छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाला है और भाजपा ने राज्य की सत्ता एक बार फिर हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। चुनावी साल में सिंहदेव की ओर से सीएम पद की दावेदारी जताए जाने के बाद कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती हुई दिख रही हैं। इससे कांग्रेस की आंतरिक कलह और गुटबाजी एक बार फिर उजागर होती दिख रही है।

ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर हुआ था विवाद

छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ मंत्री सिंहदेव ने 2021 में भी मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी जताई थी। उनका कहना था कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के चुनाव जीतने के बाद ढाई-ढाई साल का फार्मूला तय किया गया था। मुख्यमंत्री के रूप में बघेल का ढाई वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की थी। हालांकि मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस के अन्य नेता किसी भी फार्मूले की बात से इनकार करते रहे हैं।

सिंहदेव को समझाने के लिए दिल्ली में कई दिनों तक कांग्रेस नेताओं की पंचायत भी चली थी। उसके बाद सिंहदेव राज्य सरकार की कई नीतियों को लेकर भी समय-समय पर नाराजगी जताते रहे हैं। अब उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी ठोक कर यह साफ कर दिया है कि आने वाला समय भूपेश बघेल के लिए आसान नहीं होगा।

बघेल को हासिल है नेतृत्व का समर्थन

रायपुर में आज कांग्रेस अधिवेशन की शुरुआत हुई है और सियासी नजरिए से इस अधिवेशन को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस अधिवेशन के दौरान कांग्रेस नेता कई राज्यों में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन करेंगे। अधिवेशन के दौरान कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे।

कांग्रेस नेतृत्व को खुश करने के लिए भूपेश बघेल ने इस अधिवेशन में पूरी ताकत लगा रखी है। वे लंबे समय से इस अधिवेशन की तैयारियों में जुटे रहे हैं। सिंहदेव की ओर से पिछली बार दी गई चुनौती के समय भी उन्हें कांग्रेस नेतृत्व का समर्थन हासिल हुआ था। इसी कारण माना जा रहा है कि दावेदारी जताने के बावजूद सिंहदेव बघेल के लिए ज्यादा दिक्कत नहीं पैदा कर पाएंगे।

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