Shivaji Wagh Nakh: छत्रपति शिवाजी के वाघ नख की होगी ब्रिटेन से भारत वापसी, इसी से मारा गया था अफजल खान

Shivaji Wagh Nakh: महाराष्ट्र के संस्कृति मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन में छत्रपति शिवाजी के वाघ नख के अलावा उनसे जुड़ी हुई कुछ और ऐतिहासिक चीजें भी हैं। शिवाजी महाराज की जगदंबा तलवार भी ब्रिटेन में ही है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2023-09-08 13:39 IST

Shivaji Wagh Nakh (Social Media)

Shivaji Wagh Nakh: वीर छत्रपति शिवाजी महाराज के खंजर वाघ नख की जल्द ही भारत वापसी होने वाली है। महाराष्ट्र सरकार के संस्कृति मंत्री इस महीने लंदन जाने वाले हैं। उनकी लंदन यात्रा के दौरान ब्रिटेन सरकार के साथ इस संबंध में एमओयू पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।

जानकारों का मानना है कि एमओयू पर हस्ताक्षर होने के बाद इसी साल छत्रपति शिवाजी महाराज के वाघ नख की वापसी हो सकती है। शिवाजी महाराज के वाघ नख का इतिहास में भी प्रमुखता से जिक्र मिलता है। इस वाघ नख रूपी खंजर से ही शिवाजी ने 1659 में बीजापुर सल्तनत के अफजल खान का काम तमाम कर दिया था।

ब्रिटेन वाघ नख को लौटाने के लिए तैयार

महाराष्ट्र के संस्कृति मंत्री मुगंटीवार ने बताया कि वीर छत्रपति शिवाजी के वाघ नख का ऐतिहासिक महत्व है और यह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को ब्रिटेन के अधिकारियों का पत्र मिला है जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि वे छत्रपति शिवाजी के वाघ नख को भारत को लौटाने के लिए तैयार हैं। संस्कृति मंत्री इस सिलसिले में इस महीने ब्रिटेन की यात्रा कर सकते हैं।

उनकी यात्रा के दौरान इस संबंध में एमओयू पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। संस्कृति मंत्री ने बताया कि हिंदू कैलेंडर के आधार पर हम इस वाघ नख को उस दिन की सालगिरह पर भी हासिल कर सकते हैं जिस दिन छत्रपति शिवाजी ने अफजल खान की हत्या की थी। वैसे सरकार की ओर से अन्य तारीखों पर भी विचार किया जा रहा है और इस बाबत जल्द ही आखिरी फैसला किया जाएगा। सरकार की ओर से वाघ नख को भारत वापस लाने के साधनों पर भी चर्चा की जा रही है।

कई अन्य चीजों पर भी होगी चर्चा

महाराष्ट्र के संस्कृति मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन में छत्रपति शिवाजी के वाघ नख के अलावा उनसे जुड़ी हुई कुछ और ऐतिहासिक चीजें भी हैं। शिवाजी महाराज की जगदंबा तलवार भी ब्रिटेन में ही है। ऐसे में वाघ नख के संबंध में समझौता करने के साथ ही हम शिवाजी महाराज की जगदंबा तलवार समेत अन्य चीजों को हासिल करने के संबंध में भी चर्चा करेंगे।

उन्होंने कहा कि अभी तक वाघ नख का भारत वापस आना तय है और यह महाराष्ट्र के लोगों के लिए बड़ी ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। उन्होंने कहा कि ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार शिवाजी के हाथों अफजल खान के मारे जाने की तारीख 10 नवंबर है मगर हम हिंदू तिथि कैलेंडर के आधार पर भी तारीखों पर विचार कर रहे हैं।

महाराष्ट्र की तीन सदस्यीय टीम जाएगी ब्रिटेन

संस्कृति मंत्री ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का वाघ नख काफी ऐतिहासिक है और इसके साथ महाराष्ट्र के लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। हमारे राज्य के लिए तो यह अमूल्य खजाना है। इसीलिए हम इसके हस्तांतरण में काफी सावधानी बरत रहे हैं। इस वाघ नख के आगे का हिस्सा काफी नुकीला है जो देखने में बाघ के नाखूनों की तरह लगता है। इसके साथ ही दो रिंग भी है जिसकी मदद से शिवाजी महाराज ने इसे पहना था और अजमल खान को मार गिराया था। संस्कृति मंत्री की अगुवाई में 29 सितंबर को तीन सदस्यीय टीम ब्रिटेन के दौरे पर जाएगी। इस टीम के छह दिवसीय ब्रिटेन दौरे पर महाराष्ट्र सरकार की ओर से 54 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।

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