China Visa Case में कार्ति चिदंबरम की बढ़ी मुश्किलें, ED ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में दर्ज किया केस

केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर ED ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। जल्द ही इस मामले में कार्ति चिदंबरम और उनके सहयोगियों को पूछताछ के नोटिस जारी किए जाएंगे।

Written By :  aman
Update:2022-05-25 14:33 IST

कार्ति और पी.चिदंबरम (फाइल फोटो)

China Visa Case Karti Chidambaram : पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम (P. Chidambaram) के बेटे कार्ति चिदंबरम (Karthi Chidambaram) की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। ताजा मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चाइनीज वीजा (Chinese Visa) रैकेट मामले में कार्ति और उनके करीबियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (Money Laundering ACT) के तहत केस दर्ज किया गया है। जल्द ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस मामले में पूछताछ के लिए कार्ति चिदंबरम तथा उनके सहयोगियों को नोटिस जारी करेगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा दर्ज एफआईआर (FIR) के आधार पर किया गया है। इस बारे में ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया ,कि शुरुआती जांच के दौरान पाया गया, कि कथित रिश्वत की जो रकम आई थी उसे मनी लांड्रिंग (Money Laundering) भी किया गया था। कहने का मतलब है कि, उस रकम को अवैध तरीके से एक जगह से दूसरी जगह पर भेजा गया।

ED जल्द जारी कर सकती है नोटिस  

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। जल्द ही इस मामले में कार्ति चिदंबरम और उनके सहयोगियों को पूछताछ के नोटिस जारी किए जाएंगे। बता दें कि, सीबीआई ने वर्ष 2011 में हुए इस वीजा रैकेट (China Visa Case) मामले में बीते दिनों कार्ति चिदंबरम और उनके सहयोगी भास्करन रमन तथा पंजाब में काम कर रही एक कंपनी सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ अपराधिक धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। 

जानें क्या है मामला?

कथित वीजा रैकेट मामला साल 2011 का बताया जा रहा है। उस वक्त केंद्र में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली यूपीए की सरकार थी। वीजा रैकेट मामले में आरोप है कि वर्ष 2011 में जब पी. चिदंबरम केंद्र में गृह मंत्री थे, तो उस दौरान पंजाब (Punjab) में काम कर रही चीनी कंपनी के लोगों को कथित तौर पर अवैध तरीके से दबाव डालकर वीजा (Visa) दिलवाया गया था। इतना ही नहीं, आरोप ये भी हैं कि, इस मामले में कार्ति के खास माने जाने वाले भास्करन रमन (Bhaskaran Raman) के जरिए रिश्वत की रकम इधर-उधर की गई थी।

कार्ति के साथ पी.चिदंबरम की मुश्किलें भी बढ़ी  

आरोप तो ये भी हैं कि चीनी कंपनी के लोगों ने भास्करन के जरिए ही कार्ति चिदंबरम (Karthi Chidambaram) से संपर्क किया था। इस वक्त भास्करन सीबीआई की हिरासत में हैं। सीबीआई रिमांड पर ले रखा है। इसी मामले में करती चिदंबरम को भी सीबीआई के सामने आज पेश होना था। मगर, दोपहर 12 बजे तक वो पेश नहीं हुए। ईडी द्वारा दर्ज इस मामले में कार्ति के साथ उनके पिता पी चिदंबरम की मुश्किलें भी बढ़ती नजर आ रही है। 

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