श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में शुक्रवार को भीड़ ने एक 70 वर्षीय बुजुर्ग को भूलवश चोटी काटने वाला समझकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि अनंतनाग जिले के दंतेर गांव निवासी अब्दुल सलाम वाणी शुक्रवार तड़के अपने घर से शौच के लिए निकले थे कि तभी भीड़ ने उन्हें गलती से चोटी काटने वाला समझकर ईंट से उनके ऊपर हमला कर दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "उनकी मौके पर ही मौत हो गई।"
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कश्मीर घाटी में विभिन्न जगहों पर चोटी कटने की घटनाओं के मद्देनजर सजग भीड़ इन घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी कर रही है।
लेकिन, अभी तक भीड़ ने चोटी काटने वाला समझकर सिर्फ बेकसूर लोगों को ही पीटा है।
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पुलिस ने गुरुवार को बारामुला जिले के पट्टन इलाके में गैर स्थानीय मजदूरों को प्रताड़ित कर रही एक ऐसी ही भीड़ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
चोटी काटने वाले को गिरफ्तार करवाइए, 6 लाख घर ले जाइए
कश्मीर घाटी में चोटी काटने की रहस्यमयी घटनाओं के प्रति लोगों में बढ़ते गुस्से के मद्देनजर पुलिस ने रविवार को घोषणा की कि इन घटनाओं में शामिल अपराधियों को पकड़ने में सहायता करने वाले को छह लाख रुपये इनाम दिया जाएगा।
इससे पहले पुलिस ने तीन लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी।
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पुलिस के एक बयान के मुताबिक, “चोटी काटने की घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति के बारे में सूचना देने या उसे पकड़वाने में सहायता करने की राशि दोगुनी कर छह लाख रुपये कर दी गई है। सूचना देने वाले शख्स या लोगों का नाम और अन्य विवरण गोपनीय रखा जाएगा।”
चोटी काटने की घटना दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले से शुरू हुई थी और जल्द ही यह घाटी के मध्य व उत्तरी जिलों में फैल गई। इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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पिछले हफ्ते पुलिस ने तीन लोगों को संदेह के आधार पर पकड़ा था, लेकिन कोई सबूत नहीं मिलने पर बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि इस घटना के पीछे कुछ सुरक्षाकर्मियों का भी हाथ हो सकता है।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के आदेश के बाद पुलिस ने इस रहस्य की जांच के लिए हर जिले में विशेष जांच टीमें गठित की हैं।