महाराष्ट्र NDA में अजित पवार को लेकर घमासान, भाजपा नेता ने की बाहर करने की मांग, NCP की कड़ी प्रतिक्रिया
Maharashtra Politics: भाजपा नेता सुदर्शन चौधरी ने पार्टी की एक बैठक के दौरान कहा कि अजित पवार को गठबंधन से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए।
Maharashtra Politics: लोकसभा चुनाव के दौरान महाराष्ट्र में मिली हार के बाद सत्तारूढ़ एनडीए में खींचतान बढ़ती जा रही है। राज्य के डिप्टी सीएम और एनसीपी के नेता अजित पवार को लेकर भाजपा में नाराजगी बढ़ती जा रही है। पुणे जिले के शिरूर के एक भाजपा नेता सुदर्शन चौधरी ने भरी बैठक के दौरान अजित पवार को एनडीए से बाहर करने की मांग कर डाली।
उन्होंने कहा कि अजित पवार की पार्टी की एनडीए में एंट्री के कारण पार्टी के करीब वरिष्ठ नेताओं को मंत्री पद और अन्य महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती नहीं मिल सकी। महाराष्ट्र में जल्दी ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इस चुनाव से पहले एनडीए में छिड़े सियासी घमासान को गठबंधन के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है।
अजित पवार को गठबंधन से बाहर किया जाए
भाजपा नेता सुदर्शन चौधरी ने पार्टी की एक बैठक के दौरान कहा कि अजित पवार को गठबंधन से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए। उनकी इस मांग का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बैठक के दौरान अपनी बात रखते हुए सुदर्शन चौधरी ने भाजपा नेताओं से कहा कि आपके लिए हमारा एक सुझाव है। आपको इस बात पर गौर करना चाहिए कि पार्टी के नेता क्या सोच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर आप वाकई में कोई अच्छा फैसला करना चाहते हैं तो अजित पवार को राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन से बाहर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैठक में मौजूद सुभाष देशमुख, राहुल कुलकर्णी और योगेश तिलेकर जैसे वरिष्ठ नेता मंत्री पद पा सकते थे। कई अन्य नेताओं को विभिन्न निगमों में अध्यक्ष बनाया जा सकता था मगर ऐसा तभी संभव था जब अजित पवार गठबंधन में शामिल नहीं होते।
पवार को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी
भाजपा नेता चौधरी ने कहा कि पार्टी पिछले 10 वर्षों से अजित पवार का विरोध कर रही थी मगर अब उन्हें सरकार में शामिल करके डिप्टी सीएम का पद दे दिया गया है। इस कारण पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है और वे डरे हुए हैं। यही कारण है कि सभी भाजपा कार्यकर्ताओं का मानना है कि उन्हें ऐसी सत्ता नहीं चाहिए जिसमें अजित पवार शामिल हो।
उन्होंने मांग की कि अजित पवार को गठबंधन से बाहर किया जाना चाहिए क्योंकि सत्ता में रहने पर वे भाजपा कार्यकर्ताओं को ही दबाने का काम करेंगे। बाद में मीडिया से बातचीत के दौरान चौधरी ने कहा कि हमने कार्यकर्ताओं की इच्छा के अनुरूप ही मांग उठाई है।
चौधरी के मुंह पर कालिख पोतने का प्रयास
दूसरी ओर एनसीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चौधरी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। चौधरी के पत्रकारों से बातचीत के दौरान कई एनसीपी नेता और कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और उन्होंने चौधरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम अजित पवार के खिलाफ बयानबाजी के लिए चौधरी को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने चौधरी के मुंह पर कालिख पोतने का भी प्रयास किया। हालांकि चौधरी ने भाग कर किसी तरह अपना बचाव किया।
विवाद बढ़ने पर मांग ली माफी
बाद में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और पुलिस ने एनसीपी कार्यकर्ताओं को समझा बुझाकर किसी तरह शांत किया। एनसीपी की नाराजगी की बात सामने आने पर चौधरी ने कहा कि उन्होंने जो कुछ भी कहा है, वह उनका व्यक्तिगत विचार है और यह भाजपा के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करता।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि मेरे विचारों से अजित पवार को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद एनडीए में खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले दिनों संघ और भाजपा के कुछ अन्य नेताओं की ओर से भी अजित पवार को लेकर नाराजगी जताई गई थी और उन्हें महाराष्ट्र में एनडीए की हार का कारण बताया गया था।