चुनाव के एलान से पहले ममता का बड़ा दांव, मजदूरों को दी ये बड़ी सौगात
आयोग की ओर से चुनाव तारीखों का एलान किए जाने के बाद ममता ने आयोग पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए आठ चरणों में मतदान कराए जा रहे हैं।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यूं ही सियासी बाजीगर नहीं माना जाता। ममता बनर्जी को पहले ही शुक्रवार को चुनाव तारीखों की घोषणा आभास हो गया था और यही कारण है कि आचारसंहिता लागू होने से कुछ मिनटों पहले उन्होंने बड़ा सियासी दांव चला। ममता ने दिहाड़ी मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने का एलान करके एक बड़े वर्ग को संतुष्ट करने की कोशिश की है।
आयोग की ओर से चुनाव तारीखों का एलान किए जाने के बाद ममता ने आयोग पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए आठ चरणों में मतदान कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब असम में तीन चरणों में मतदान कराया जा रहा है तो बंगाल में आठ चरणों में मतदान कराने का क्या मतलब है।
दिहाड़ी मजदूरों के लिए बड़ा एलान
तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को दिहाड़ी मजदूरों के लिए बड़ा एलान किया। उन्होंने अकुशल दिहाड़ी मजदूर की मजदूरी 144 रुपए प्रतिदिन से बढ़ाकर 202 रुपए करने की घोषणा की। इसके साथ ही अर्ध कुशल श्रमिकों को 172 की जगह अब 303 रुपए मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कुशल श्रमिकों की प्रतिदिन मजदूरी बढ़ाकर 404 रुपए करने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि राज्य सरकार की इस घोषणा से साढ़े 56,000 श्रमिकों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि दिहाड़ी मजदूरों के लिए वित्त वर्ष 21-22 के बजट में पहले ही प्रावधान किए जा चुके हैं।
तारीखों की घोषणा का हो गया था आभास
मजे की बात यह है कि ममता बनर्जी ने यह एलान चुनाव आयोग की ओर से चुनाव कार्यक्रम के एलान से थोड़ी देर पहले ही किया। जानकारों का कहना है कि ममता बनर्जी को पहले ही इस बात का आभास था कि शुक्रवार को चुनाव तिथियों का एलान किया जा सकता है। इसी कारण उन्होंने हड़बड़ी में यह घोषणा करते हुए दिहाड़ी मजदूरों का समर्थन जीतने की कोशिश की है।
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भाजपा के इशारे पर काम कर रहा आयोग
चुनाव आयोग की ओर से मतदान की तारीखों का एलान के तुरंत बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता ने आयोग पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने सवाल किया कि एक ही जिले में दो या तीन राउंड में वोटिंग कराने के फैसले का क्या मतलब है।
उन्होंने आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए 8 राउंड में मतदान कराया जा रहा है। आयोग ने बीजेपी के कहने पर यह फैसला किया है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तरह बंगाल में भी एक राउंड में ही वोटिंग क्यों नहीं कराई जा रही है।
मोदी और शाह की सुविधा का ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सबकुछ भाजपा के इशारे पर किया गया है ताकि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार के बाद बंगाल में चुनाव प्रचार कर सकें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस चुनाव के लिए अपनी ताकत का बेजा इस्तेमाल नहीं कर पाएगी। हम लड़ाकू लोग हैं और अपनी लड़ाई लड़ने में पूरी तरह सक्षम है।
हम किसी भी सूरत में दबने वाले नहीं
उन्होंने पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि यदि आपको लगता है कि आप पश्चिम बंगाल को दबा लेंगे तो हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम जमीनी लोग हैं और किसी भी सूरत में भागने वाले नहीं हैं।
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ममता ने कहा कि आखिर एक ही जिले में दो या तीन चरणों में वोटिंग क्यों कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि आयोग को चुनाव कार्यक्रम तय करते समय इन सब बातों पर गौर करना चाहिए था मगर आयोग ने भाजपा के कहने पर पूरा चुनाव कार्यक्रम तय किया है।
अंशुमान तिवारी