राजद ने कहा- तेजस्वी के इस्तीफे का नहीं उठता सवाल, बेबुनियाद लगाए गए आरोप
पटना: बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच भ्रष्टाचार मामले में घिरे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को लेकर उठा विवाद गहराता जा रहा है। बिहार कैबिनेेट की बुधवार की हुई बैठक में तेजस्वी यादव भी शामिल हुए और उनके इस्तीफे की खबरें भी हवा में तैरती रहीं।
जद (यू) ने बुधवार को एक बार फिर कड़े तेवर अख्तियार करते हुए उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। वहीं, राजद ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि तेजस्वी के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता। जद (यू) के नेता और प्रवक्ता अजय आलोक ने भ्रष्टाचार के मामले में घिरे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। अजय आलोक ने संवाददाताओं से कहा, "कोई आरोप नहीं लगा है, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एफआईआर (प्राथमिकी) दर्ज कराई है। इसका जवाब अदालत और जनता दोनों को देना होता है।"
उन्होंने महागठबंधन को लेकर एक प्रश्न के उत्तर में कहा, "महागठबंधन चलाने की जिम्मेदारी सभी की है।" मंगलवार को जद (यू) की बैठक में राजद को इस मामले में निर्णय लेने के लिए चार दिन का समय दिया गया था। इधर, मंगलवार की रात लालू प्रसाद से मिलने के बाद राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा था कि तेजस्वी के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता।
राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने बुधवार को कहा, "सवाल तेजस्वी के इस्तीफे का नहीं है। सवाल गलत और बेबुनियाद आरोप लगाने का है।" उन्होंने कहा कि सीबीआई, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय का लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
राजनीतिक प्रेक्षकों के अनुसार नीतिश कुमार ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं जिससे तेजस्वी यादव खुद अपना इस्तीफा सौंप दें ताकि गठबंधन टूटने की नौबत आए तो उसकी जिम्मेदारी लालू प्रसाद की पार्टी राजद पर आए। नीतिश कुमार ने तेजस्वी से जनता के बीच पूरे तथ्यों के साथ अपना पक्ष रखने को कहा है। साथ ही राजनीतिक बयानों से खुद को नहीं बचाने की हिदायत दी है।
चार दिन का समय आज बुधवार से शुरू हो गया है, जो आगामी शनिवार 15 जुलाई को खत्म हो जाएगा । मतलब शनिवार तक तेजस्वी को जनता के समक्ष अपनी सफाई देनी है। कैबिनेट की बैठक के बाद तेजस्वी ने फिर दोहराया कि बीजेपी उनके खिलाफ साजिश कर रही है। उन्हें और उनके परिवार को फंसाया जा रहा है। वो अपना पक्ष जनता के सामने रखेंगे और सच बताएंगे।
सीबीआई ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद व उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े पटना, दिल्ली, रांची व गुरुग्राम के 12 ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की थी। इस मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी तथा उनके बेटे व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
इसके बाद राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा तेजस्वी के इस्तीफे की मांग को लेकर सरकार पर लगातार दबाव बना रही है। बीजेपी ने तो नीतिश के सामने खुला प्रस्ताव भी रखा है कि यदि राजद गठबंधन से बाहर होती है तो वो नीतिश को बिना शर्त समर्थन देने को तैयार हैं ।
दूसरी ओर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मंगलवार को नीतिश कुमार से फोन पर बात की। नीतिश कुमार ने बातचीत में अपना और सरकार का पक्ष रखा। जदयू सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी बातचीत में नीतिश कुमार के तर्कों से सहमत थे। सीबीआई छापे के बाद कांग्रेस खुल कर लालू प्रसाद यादव के समर्थन में आ गई थी लेकिन पिछले दो दिन से उनके पक्ष में बयानबाजी अभी बंद है।