वाराणसी : संत रविदास की जयंती पर सीएम योगी आदित्यनाथ वाराणसी पहुंचे। उन्होंने रविदास की जन्मस्थली सीर गोवर्धन में बने मंदिर में मत्था टेकने के साथ ही श्रद्धालुओं के साथ लंगर का प्रसाद भी चखा। श्रद्धालुओं के साथ योगी भी भक्ती में लीन दिखे। उन्होंने कहा कि ‘इस देश के अंदर रविदास जी के सिद्धांत पर समतामूलक समाज की स्थापना हो, यही हम सबकी कामना है। यहाँ मैं देख रहा हूं कि सभी प्रान्त के पंडाल लगे हैं। सभी रविदास के प्रति श्रद्धा प्रकट कर रहे हैं। यही आस्था हम सबको जोड़ती है। इस आस्था पर प्रहार करने वाला चकनाचूर हो जाता है।‘
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पीएम ने दिया था यहां जाने का आदेश
मुख्यमंत्री ने बताया कि वह प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार रविदासियों के बीच पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद यहां आना चाहते थे,लेकिन अत्यधिक व्यस्तता के कारण वह नहीं पहुंच पाए। मुख्यमंत्री ने कहा, ”जाति छुआछूत के नाम पर भेद सबसे बड़ा अभिशाप है। सभी मनुष्य में ईश्वर का वास है। कोई अयोग्य नहीं है। एक ही भाव विचार है, हम सब भारत के वासी हैं। भारत सुरक्षित होगा तो हम सब सुरक्षित होंगे। भारत मजबूत होगा हम सब मजबूत होंगे।”
छुट्टी रद्द करने की बताई वजह
सीएम ने रविदास जयंती पर छुट्टी रद्द करने की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि महापुरुषों की जयंती पर बच्चे और लोग घरों में ना बैठे बल्कि अपने संस्थाओं में कार्यक्रम आयोजित कर इन महापुरुषों को याद करें। उन्होंने कहा कि आज के दिन जगह-जगह तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। मुझे इस बात की खुशी हो रही है कि बच्चे इस बात को जान रहे हैं कि आखिर कैसे काशी के एक संत ने पूरी दुनिया को मानवता और समता का संदेश दिया।