करोड़पति बना सकता है आपको एक सिक्का, यहां कीमत सिक्के की नहीं समय की लगाई जाती है
अमेरिका के एक छोटे से गांव में इन तीन बहनों का किस्सा इस समय जोरों पर है। जहां उनका एक बेहद दुर्लभ सिक्का अधिक कीमत पर नीलाम हुआ है।;
अक्सर हम लोग जेब में बची चिल्लर बेतरबी से इधर उधर डाल देते हैं। या फिर दादी या नानी के जमाने के सिक्कों को बेकार समझने की भूल कर बैठते हैं। लेकिन क्या आपको इस बात का जरा सा भी इल्म है कि इसी चिल्लर का एक सिक्का आपको करोड़पति बनाने का हुनर रखता है। जी हां, क्योंकि इतिहास में चीजों की नहीं बल्कि उसके बिताए हुए वक्त की ज्यादा कीमत आंकी जाती है। ऐसा ही एक किस्सा संयुक्त राज्य अमेरिका के विशाल झीलों के क्षेत्र में बसा एक मध्य-पश्चिमी राज्य ओहयो से जुड़ा हुआ है। जहां रहने वाले परिवार को इस एक सिक्के ने करोड़पति बना दिया।
ये है इस नायाब सिक्के के पीछे की कहानी
यह सिक्का नीलाम किए जाने से पहले ओहियो की तीन बहनों ने अपने पास संभाल कर रखा था। वे तीनों इस सिक्के को नीलामी घर में देने के साथ ही अपनी पहचान को निजी रखना चाहती थीं। नीलाम घर को दिए गए बहनों के बयान के अनुसार उन्हें दो सिक्कों में से एक विरासत में मिला है, लेकिन उनके भाई और मां ने पहला सिक्का 1978 में 15 लाख रुपये में खरीदा था।
उनके भाई ने इसे 40 साल तक बैंक की तिजोरी में रखा था।भाई की मृत्यु के बाद उन्हें यह सिक्का मिला था।
करोड़ों में लगी इसकी बोली
अमेरिका के एक छोटे से गांव में इन तीन बहनों का किस्सा इस समय जोरों पर है। जहां उनका एक बेहद दुर्लभ सिक्का अधिक कीमत पर नीलाम हुआ है। नीलामघर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 1975 के इस सिक्के को एक रेयर कलेक्शन में इसकी गिनती की जाती है। इस सिक्के की खूबियों और इससे जुड़े इतिहास के महत्व को समझने वालों ने इस सिक्के को हासिल करने के लिए बढ़चढ़ कर बोली लगाई।
ये है इस सिक्के की खूबी
तीन बहनों को करोड़पति बनाने वाले इस एक सिक्के में छिपी खूबियों की बात करें तो यह सिक्का एक अमेरिकी डाइम यानी संयुक्त राज्य अमेरिका का डाइम दस सेंट का सिक्का है। जिसे 1975 में सैन फ्रांसिस्को में अमेरिकी टकसाल द्वारा निर्मित किया गया था। ऐसे केवल अब तक के संग्रह में केवल दो ही सिक्के मौजूद हैं, जो इसे रेयर कलेक्शन में शामिल करता है।
दोनों सिक्के अपने समय में भी सामान्य प्रचलन में नहीं थे। ये सिक्के 1975 में सैन फ्रांसिस्को टकसाल द्वारा निर्मित 2.8 मिलियन विशेष अनसर्क्युलेटेड प्रूफ सेट का हिस्सा थे।
इस सेट में कुल 6 सिक्के थे, जिन्हें उस समय 588 रुपये में बेचा गया था। इस सेट में कई अन्य सिक्के व नोट आदि भी शामिल हैं। इसके अलावा इस सिक्के पर प्रमुखता से अंकित रहने वाला एक विशेष ’S’ लिखा हुआ साइन भी नहीं मौजूद है, जो अब हर सिक्के पर अंकित होता है। इसमें से एक सिक्का 1970 के दशक से एक बैंक के लॉकर में एक व्यक्ति द्वारा संभाल कर रखा गया था।
इस सिक्के की खूबी है कि इसपर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन रूजवेल्ट की तस्वीर मौजूद है। इससे पहले बिना ’S’ साइन वाला पहला सिक्का साल 2019 में 3.83 करोड़ रुपए में नीलाम किया जा चुका है।
मोटी रकम के साथ खत्म हुई सिक्के की नीलामी
यह खास सिक्का अपने ऐतिहासिक महत्व के चलते करोड़ों की कीमत में नीलाम हुआ। ग्रेट कलेक्शंस नामक नीलामी घर द्वारा आयोजित नीलामी में इस सिक्के को हासिल करने के लिए लाखों से लेकर करोड़ों की बोली लगाई गई। जिसमें आखिरी बोली 4.25 करोड़ रुपये की लगाई गई। इसे सिक्के की नीलामी में कई लोग ऑनलाइन भी शामिल हुए थे।
इस दुर्लभ सिक्के को 4.25 करोड़ रुपये की मोटी रकम पर नीलाम किया गया है। कैलिफोर्निया स्थित ग्रेट कलेक्शंस के अध्यक्ष इयान रसेल इस नायब सिक्के की शानदार नीलामी से काफी ज्यादा प्रसन्न हैं। उससे भी ज्यादा इस बात को लेकर खुश हैं कि यूज एंड थ्रो के इस चलन में आज भी लोगों के भीतर पुरानी चीजों को लेकर खास उत्साह देखने को मिल रहा है।