Ram Mandir Inauguration: प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने को लेकर कांग्रेस में असमंजस, असम सीएम ने ली चुटकी

Ram Mandir Inauguration:समारोह में जाएं या नहीं इसको लेकर कांग्रेस में असमंजस की स्थिति है। जिस पर असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने अंदाज में चुटकी ली है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-12-30 15:23 IST

Ram Mandir Inauguration (Photo:Social Media)

Ram Mandir Inauguration. अयोध्या में नवनिर्मित रामलला के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। अगले माह 22 जनवरी को होने जा रहे इस भव्य समारोह को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट जोर-शोर से तैयारियों में जुटा है। ट्रस्ट की ओर से समारोह में प्रमुख विपक्षी नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है, जिसमें कांग्रेस के नेता भी शामिल हैं।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से सोनिया गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को उद्घाटन कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। केरल में एक सहयोगी पार्टी ने कांग्रेस से इस पर अपना स्टैंड साफ करने को कहा है। समारोह में जाएं या नहीं इसको लेकर कांग्रेस में असमंजस की स्थिति है। जिस पर असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने अंदाज में चुटकी ली है।

कांग्रेस के लोग बाबर से डरते हैं – असम सीएम

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राम मंदिर उद्घाटन समारोह को लेकर लोग उत्साहित हैं। हम तरस रहे हैं कि निमंत्रण मिले। उनको निमंत्रण मिला है तो वे उसमें भी राजनीति देख रहे हैं। विपक्ष के नेता न्योता मिलने के बाद भी पता नहीं क्या सोच रहे हैं। राजनीति को परे रखकर उन्हें अयोध्या जाना चाहिए। कांग्रेस के नेता और राहुल गांधी राम मंदिर देखने नहीं जाएंगे क्योंकि वे बाबर से डरते हैं। जब हिंदुओं का दबाव बढ़ेगा तभी ये सिर्फ ये जाएंग।

विपक्ष की क्या रही है प्रतिक्रिया

कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने उद्घाटन समारोह में अपनी पार्टी के नेताओं के शामिल होने के सवाल पर कहा कि हम धर्म को राजनीति से जोड़ना पसंद नहीं करते हैं। आस्था राजनीति से अलग होती है। लोग अपने हिसाब से काम करते हैं। राजनीति और आस्था को अलग रखना चाहिए, ये हमारा मानना है। वहीं, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव साफ कर चुके हैं कि अगर उन्हें न्योता मिला तो जरूर जाएंगे।

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भगवान राम का मंदिर खुलने वाला है। जिन्होंने भी ये कोशिश की उनका मंदिर बने मैं उनको धन्यावाद देता हूं। साथ-साथ उनसे ये भी कहता हूं कि भगवान राम केवल हिंदुओं के राम नहीं हैं। वे पूरे विश्व के राम हैं, ये उनकी पुस्तकों में लिखा है। उन्होंने भाईचारे मोहब्बत और एक दूसरे की सहायता की बात की है, जिसकी देश में अभी जरूरत है।

वहीं, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से मिले न्योते को ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगी, सीएम योगी भी वहां मौजूद रहेंगे। संवैधानिक पदों पर बैठे अन्य लोग भी वहां मौजूद रहेंगे। यह धर्म का खुला राजनीतिकरण है। यहां राजनीतिक उद्देश्यों के लिए लोगों के धार्मिक भावनाओं का घोर दुरूपयोग है।

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