कांग्रेस नेता को पुलिस ने किया गिरफ्तार, थाने में कांग्रेसियों का बवाल, भांजी लाठियां
पुलिस ने कांग्रेस नेता व उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शाहनवाज आलम को मुख्यमंत्री आवास के निकट गोल्फ लिंक अपार्टमेंट के सामने से थाने ले गई है।
लखनऊ: पुलिस ने कांग्रेस नेता व उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शाहनवाज आलम को मुख्यमंत्री आवास के निकट गोल्फ लिंक अपार्टमेंट के सामने से थाने ले गई है।
कांग्रेस नेता तो सीएए व एनआरसी के खिलाफ 19 दिसंबर 2019 को हुए उपद्रव के मामले में गरिफ्तार किया गया है। तो वहीं बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता को भी पुलिस अपने साथ ले गई है। आशीष अवस्थी यूपीसीसी के सोशल मीडिया का काम देखते हैं।
हजरतगंज पुलिस ने कांग्रेस नेता और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी शाहनवाज़ आलम को सोमवार रात करीब आठ बजे मुख्यमंत्री आवास के निकट गोल्फ लिंक अपार्टमेंट के पास से गिरफ्तार किया। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में 19 दिसंबर 2019 को लखनऊ में हुईं हिंसा में शामिल उपद्रवी तत्वों के खिलाफ प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है।
यह भी पढ़ें...गृह मंत्रालय ने जारी की अनलॉक-2 की गाइडलाइंस, जानिए क्या खुलेगा, क्या रहेगा बंद
कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस प्रदेश अजय कुमार लल्लू, पार्टी विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा समेत कनारई पार्टी नेता हजरत थाने पहुंच गए हैं। पुलिस ने नारे बाजी कर रहे कांग्रेस कार्यकर्तओं पर लाठी चार्ज भी किया है।
''मुख्यमंत्री कायरों जैसा बर्ताव कर रहे हैं''
इसके बाद पुलिस और यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार और पुलिस के बीच बहस भी हुई है। इसका वीडियो ट्वीट करते हुए अजय कुमार ने लिखा है उप्र कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम को कानून ताक पर रखते हुए संदिग्ध तरीके से पुलिस ने उठाया है। CCTV फुटेज पुलिस के इस कृत्य को साफ करता है। पुलिस ने अब तक गिरफ़्तारी का कोई कारण नहीं बताया है। सरकार बौखलाई हुईं है, मुख्यमंत्री कायरों जैसा बर्ताव कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें...सड़क पर उतरे कांग्रेसी: जमकर किया प्रदर्शन, राष्ट्रपति से की ये मांग
'क्यों यूपी से लोकतन्त्र क्या ख़तम हो गया?'
तो यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा है कि यूपी पुलिस चाहती है कि वो हमारे किसी भी नेता को अपहरणकर्ताओं की तरह उठा कर ले जाएगी और हम उनके खिलाफ नारे भी नहीं लगा सकते। क्यों यूपी से लोकतन्त्र क्या ख़तम हो गया है कि कोई अपने पक्ष की बात भी नहीं रख सकता?
यह भी पढ़ें...कांग्रेस के दिग्गज नेता ने मायावती को लेकर कही ये बड़ी बात
तो वहीं एक कांग्रेस की कार्यकर्ता ने लिखा है कि हम सब उत्तर प्रदेश (थाना हजरत गंज )के बाहर अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शहनवाज आलम की रिहाई की मांग कर रहे थे। लेकिन यूपी पुलिस द्वारा कांग्रेसी कार्यकर्ता पर लाठीचार्ज करके मानवता की सारी हदें पार दी। क्या लोकतांत्रिक तरीक़े से अपनी बात रखना भी यूपी में सम्भव नही है?
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।