Congress New President: गैर गांधी को अध्यक्ष बनाने पर राहुल का जोर, जल्द हो सकती है CWC की बैठक
Congress New President: जानकारों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जल्द कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक बुला सकती है जिसमें चुनाव कार्यक्रम को अंतिम मंजूरी दी जाएगी।
Congress New President: कांग्रेस में नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए हलचलें तेज हो गईं हैं। पार्टी में राहुल समर्थक खेमा उन्हें एक बार फिर पार्टी की कमान संभालने के लिए मनाने की लगातार कोशिश में जुटा हुआ है मगर राहुल अभी तक अध्यक्ष न बनने की अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर किसी गैर गांधी को पार्टी की कमान सौंपने की वकालत की है। इस बीच केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण की ओर से नए अध्यक्ष के चुनाव कार्यक्रम की रूपरेखा पार्टी नेतृत्व को भेज दी गई है। जानकारों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जल्द कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक बुला सकती है जिसमें चुनाव कार्यक्रम को अंतिम मंजूरी दी जाएगी।
पार्टी का असंतुष्ट खेमा लंबे समय से पार्टी में आमूलचूल बदलाव और नए संगठनात्मक चुनाव की मांग करता रहा है मगर पार्टी में लंबे समय से नए अध्यक्ष को चुनने की प्रक्रिया टलती रही है। जानकारों का कहना है कि पार्टी नेतृत्व इस बार अध्यक्ष के चुनाव को टालने के मूड में नहीं है। पार्टी के चुनाव प्राधिकरण का भी कहना है कि वह 20 सितंबर तक नए अध्यक्ष के चुनाव कार्यक्रम को लेकर अडिग रहेगा। माना जा रहा है कि जल्द ही इस बाबत नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है।
राहुल जिम्मेदारी संभालने को तैयार नहीं
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की जिद के कारण अभी तक नए अध्यक्ष के चुनाव का मसला उलझा हुआ है। कांग्रेस का एक बड़ा वर्ग राहुल गांधी को एक बार फिर पार्टी की कमान सौंपने की वकालत कर रहा है जबकि राहुल गांधी किसी भी सूरत में पार्टी के अध्यक्ष पद को संभालने के लिए तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि सोनिया गांधी की अगुवाई में 2014 में और उनकी अगुवाई में 2019 में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। अब पार्टी को 2024 की बड़ी सियासी जंग लड़नी है। इसलिए अब किसी गैर गांधी को पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान सौंपी जानी चाहिए।
पार्टी का एक वर्ग राहुल के विकल्प के तौर पर प्रियंका गांधी का नाम ले रहा है मगर राहुल प्रियंका के नाम पर भी तैयार नहीं देख रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए वरिष्ठ नेताओं में से जिसे भी नामांकन दाखिल करना होगा,वह आगे आ सकता है।
प्रियंका गांधी की भी हो रही वकालत
वैसे राहुल के जिद पर अड़े रहने के बावजूद अभी तक राहुल समर्थक खेमे ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। राहुल समर्थक धड़ा अभी भी उन्हें मनाने की कोशिश में जुटा हुआ है। हालांकि राहुल लंबे समय से इस मांग को टालते रहे हैं और उनके मूड मिजाज को देखते हुए उनका तैयार होना अब काफी मुश्किल भरा जा रहा है। पार्टी नेताओं की एक बड़ी दिक्कत यह भी है कि सोनिया गांधी अपने खराब स्वास्थ्य के कारण अब आगे अध्यक्ष की जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार नहीं दिख रही हैं।
राहुल और सोनिया दोनों के तैयार न होने की स्थिति में पार्टी नेताओं की ओर से विकल्प के रूप में प्रियंका गांधी का नाम लिया जा रहा है। हालांकि प्रियंका ने अभी तक इस पूरे मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। उनकी अगुवाई में उत्तर प्रदेश में पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी सिर्फ दो सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हो पाई थी।
गांधी परिवार से इतर कई नाम चर्चा में
पार्टी नेताओं की एक दिक्कत यह भी है कि राहुल गांधी किसी गैर गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की वकालत तो जरूर कर रहे हैं मगर अभी तक उन्होंने खुलकर किसी नेता का नाम नहीं लिया है। ऐसे में नए अध्यक्ष के रूप में कई नेताओं का नाम चर्चा में है। इन नेताओं में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मलिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक, अंबिका सोनी, कुमारी सैलजा, कमलनाथ और केसी वेणुगोपाल के नाम शामिल बताए जा रहे हैं।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि गहलोत के साथ दिक्कत यह है कि वह राजस्थान के मुख्यमंत्री का पद नहीं छोड़ना चाहते। इसी तरह कमलनाथ की दिलचस्पी मध्य प्रदेश की सियासत में ज्यादा दिख रही है। दूसरे नामों को लेकर पार्टी नेता किसी नतीजे पर पहुंचते नहीं दिख रहे हैं। यही कारण है कि नए अध्यक्ष का मामला अभी तक पूरी तरह उलझा हुआ है।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक का इंतजार
पार्टी की ओर से तय किए गए चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक नए अध्यक्ष का चुनाव 20 सितंबर तक किया जाना है। मधुसूदन मिस्त्री की अगुवाई वाले चुनाव प्राधिकरण का कहना है कि वह 27 सितंबर तक चुनाव प्रक्रिया को पूरी करवाना चाहता है। मिस्त्री का कहना है कि कांग्रेस कार्यसमिति को चुनाव की अंतिम तारीख तय करनी है। कार्यसमिति की मंजूरी के बाद 20 सितंबर तक किसी भी दिन चुनाव कराया जा सकता है। हालांकि अभी तक कार्यसमिति की बैठक नहीं बुलाई गई है मगर माना जा रहा है कि जल्द ही बैठक बुलाकर चुनाव कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा सकता है।