Congress in West Bengal: पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को ममता की नाराजगी की परवाह नहीं, विधानसभा चुनाव के लिए बनाई नई रणनीति
Congress in West Bengal: पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेताओं की बैठक करीब तीन घंटे तक चली।;
Rahul Gandhi and Mamata Banerjee (photo: social media )
Congress in West Bengal: कई राज्यों में मिली चुनावी हार के बाद कांग्रेस पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के लिए अभी से ही रणनीति बनाने में जुट गई है। दिल्ली के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं हो सका था और अब कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में भी गठबंधन न होने की स्थिति में पूरी मजबूती से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक के दौरान राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को सड़कों पर उतरकर संघर्ष करने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाराज होने की परवाह नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता से जुड़े मुद्दों की लड़ाई लड़कर ही पार्टी को मजबूत बनाया जा सकता है।
चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत बनाने पर जोर
पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के सिलसिले में पार्टी नेतृत्व की ओर से पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेताओं को तलब किया गया था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेताओं की बैठक करीब तीन घंटे तक चली। इस बैठक के दौरान विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत बनने पर मंथन किया गया।
बैठक के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि राज्य के कांग्रेस नेताओं को गठबंधन की जगह पार्टी को मजबूत बनाने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी हम गठबंधन के बारे में नहीं सोच रहे हैं। हमारा पूरा फोकस पार्टी को मजबूत बनाने पर ही होना चाहिए।
कांग्रेस को ममता की नाराजगी की परवाह नहीं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि विधानसभा चुनाव अभी दूर हैं। ऐसे में हमें सड़क पर उतरकर कांग्रेस को मजबूत बनाने का प्रयास करना चाहिए। ऐसा करने पर अगर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज होती हैं तो होने दो। हमें उसकी फिक्र नहीं करनी चाहिए। हम भविष्य में देखेंगे कि राज्य में चुनाव कैसे लड़ना है। उन्हें हमारी मजबूती को स्वीकार करना होगा वरना दिल्ली जैसे रिजल्ट हो सकते हैं।
राहुल गांधी ने कहा के हमेशा की तरह ममता बनर्जी मुस्लिम वोट बैंक और भाजपा की ओर से हिंदू वोट बैंक की राजनीति की जाएगी। दोनों इस वोट बैंक पर अपनी पकड़ को मजबूत बनाने की कोशिश करेंगे। ऐसे में कांग्रेस को उत्तर प्रदेश की तर्ज पर दलितों और ओबीसी के बीच अपनी पकड़ को मजबूत बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस अपने वोट शेयर में 5 से 10 फ़ीसदी की बढ़ोतरी करने में कामयाब रही तो पश्चिम बंगाल में हमारे बिना सरकार नहीं बन सकेगी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को ओबीसी, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक मतदाताओं के बीच पैठ बढ़ाने का संदेश दिया।
ममता के खिलाफ मोर्चा खोलने की कोशिश
राहुल गांधी की ओर से दी गई इस नसीहत को ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। दरअसल पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी कांग्रेस को कमजोर मानती रही हैं। इसी कारण पूर्व में गठबंधन की कोशिश के समय उन्होंने कांग्रेस को अधिक सीटें देने से इनकार कर दिया था। इसलिए कांग्रेस अब बंगाल में खुद को मजबूत बनाने की कोशिश में जुट गई है।
पार्टी को मजबूत बनाने की कोशिश के लिए राहुल गांधी जल्द ही पश्चिम बंगाल का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान वे कोलकाता में आरजी कर पीड़िता के परिवार से मुलाकात कर सकते हैं। राहुल गांधी के इस दौरे के लिए पार्टी नेताओं की ओर से रूपरेखा तैयार की जा रही है। आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल की सियासत पर इसका असर पड़ना तय माना जा रहा है।