Parliament Monsoon Session: सरकार के खिलाफ लोकसभा में आज अविश्वास प्रस्ताव लाएगा विपक्ष, कांग्रेस ने जारी किया व्हिप
Parliament Monsoon Session: संसद के मौजूदा मानसून सत्र में मणिपुर हिंसा पर हंगामा जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेताओं को पत्र लिखकर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सहयोग मांगा है।
Parliament Monsoon Session: मणिपुर मुद्दे पर संसद में जारी हंगामे के बीच विपक्षी गठबंधन 'INDIA' के सदस्य मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No confidence motion) लाने की तैयारी में है। विपक्षी पार्टियों के नेताओं का मानना है कि अविश्वास प्रस्ताव सरकार को मणिपुर पर लंबी चर्चा के लिए मजबूर करेगा। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM MODI) को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
विपक्षी दलों के बीच इस मुद्दे पर सहमति बन गई है। कम से कम 50 सदस्यों के हस्ताक्षर लेने के लिए एक हस्ताक्षर अभियान (signature campaign) पहले से चल रहा है। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने जानकारी दी कि विपक्षी दल बुधवार (26 जुलाई) को सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। इसके लिए कांग्रेस ने अपने लोकसभा सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है।
क्या कहा व्हिप में?
कांग्रेस की ओर से जारी व्हिप में कहा गया है कि, 'कांग्रेस पार्लियामेंट्री कमेटी के सभी कांग्रेस लोकसभा सांसदों से अनुरोध है कि वे बुधवार को सुबह 10:30 बजे तक संसद भवन स्थित सीपीपी कार्यालय में उपस्थित हों।' सूत्रों के अनुसार, इस प्रस्ताव का मसौदा तैयार करने की जिम्मेदारी सीनियर कांग्रेस लीडर और सांसद मनीष तिवारी को सौंपी गई है।
अमित शाह ने खड़गे-अधीर रंजन को लिखा पत्र
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा, कि 'ये मैं आपको मणिपुर की घटनाओं पर चर्चा के लिए आपके सहयोग मांगने के लिए लिख रहा हूं। उन्होंने कहा, 'हमारी संसद भारत के जीवंत लोकतंत्र की आधारशिला है। ये हमारी सामूहिक इच्छा के प्रतीक के रूप में खड़ी है। रचनात्मक बहस, सार्थक चर्चा तथा जन-समर्थक कानून के लिए प्राथमिक मंच के रूप में कार्य करती है।'
अमित शाह ने 'मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव अमेंडमेंट बिल' (Multi State Cooperative Amendment Bill) पर चर्चा के दौरान कहा, 'उनको (विपक्ष) दलितों, महिलाओं के कल्याण और सहकार में कोई रुचि नहीं है। इनका नारे लगाना स्वाभाविक है। मगर, मैं कहना चाहता हूं कि मैंने दोनों सदनों के विपक्ष के नेता को पत्र लिखा है कि, हम मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार हैं।' आपको बता दें, संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे हैं, जबकि लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी हैं।
अमित शाह- जनता आपको देख रही है
केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, 'मणिपुर पर लंबी चर्चा करने के लिए सरकार तैयार है। सरकार को कोई डर नहीं है। यहीं उन्होंने विपक्ष को आगाह करते हुए कहा, जनता आपको देख रही है। चुनाव में भी जाना है। जनता के खौफ को ध्यान में रखें। संवेदनशील मुद्दे के लिए सदन में उचित माहौल बनाए रखना जरूरी है।'