कांग्रेस ने बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी केे बयानबाजी पर पहली बार तीखा प्रहार किया। कांग्रेस ने मोदी सरकार व बीजेपी में डॉ स्वामी के बेबाक आरोपों- प्रत्यारोपों को लेकर जो कुछ भी हो रहा है, वह कॉमेडी थियेटर से ज्यादा कुछ नहीं है।
क्या कहा है कांग्रेस ने ?
-कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि "मोदी सरकार व बीजेपी में डॉ स्वामी के बेबाक आरोपों- प्रत्यारोपों को लेकर जो कुछ भी हो रहा है वह कॉमेडी थियेटर से ज्यादा कुछ नहीं है'|
-यह टिप्पणी शुक्रवार को कांग्रेस मुख्यालय में उस वक्त की जब पत्रकारों ने उनसे स्वामी के बयानों को लेकर चल रही चर्चाओं की टिप्पणी करने को कहा था।
-चव्हाण ने यह भी कह दिया कि स्वामी शुरू से ही अरुण जेटली को निशाना इसलिए बना रहे हैं, क्योंकि वे खुद जेटली को हटाकर वित्त मंत्री बनना चाहते हैं।
क्या कहा था सुब्रह्मण्यम स्वामी ने ?
- स्वामी ने विदेशी दौरों में सूटबूट पहनने वाले मोदी के मंत्रियों की खिंचाई की थी|
-स्वामी ने ट्वीट करके कहा था कि केन्द्रीय मंत्री विदेश यात्राओं में कोट व टाई में वेटर की तरह लगते हैं।
-स्वामी ने कहा था कि वे खुद सरकार व भाजपा नेतृत्व से आग्रह करेंगे कि मंत्री विदेशी यात्राओं के दौरान परंपरागत भारतीय लिबास पहनेें जो देश की गरिमा के भी अनुकूल होगा।
स्वामी के बेबाक बयानों से भाजपा और संघ में हलचल तेज-
-डॉ स्वामी के लिबास संबंधी बयान पर भाजपा व संघ परिवार में कोहराम मच गया है।
- वित्त मंत्री अरुण जेटली जिन्हें वे लगातार मोहरा बना रहे हैं, इस बात से सख्त नाराज हैं कि उनका निशाना सीधे तौर पर अरुण जेटली हैं |जो हाल ही में विदेश दौरे पर थे तथा सूट व टाई पहने हुए थे।
-जेटली के एक समर्थक ने कहा कि स्वामी के निजी हमले इस स्तर पर उतर आए हैं कि वे मर्यादाओं का भी उल्लंघन करने लगे हैं।
बीजेपी और संघ ने किया स्वामी के बयानों से किनारा
-बीजेपी व संध परिवार में डॉ स्वामी के जेटली और उनके करीबी लोगों को चुन-चुनकर निशाना बनाए जाने को लेकर हलचलें तेज हो गई हैं।
-संघ परिवार से जुड़े रहे भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने इन खबरों से इनकार किया किजेटली को टारगेट करने के लिए स्वामी जो कुछ भी बयान दे रहे हैं उन्हें संघ परिवार या भाजपा का कोई समर्थन है।
-संघ के सूत्रों ने स्पष्ट किया किम स्वामी को अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के मिशन को पूरा करने के लिए भाजपा में महत्व दिया गया है |
- तथा बाकी राजनीतिक मामलों में उनकी कोई भूमिका नहीं है।
कहीं स्वामी के मामा शकुनी जेटली ही तो नही?
-स्वामी ने अप्रैल माह में जब राज्यसभा के सांसद की शपथ ली थी तो उसी दिन उन्होने पत्रकारों के एक ग्रुप को संसद में अनौपचारिक बातचीत में कह दिया था कि उनके दो-तीन प्रमुख लक्ष्य हैं|
-एक तो सोनिया व राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड केस में शिंकजा कसना और दूसरा मामा शकुनी।
-स्वामी के करीबी लोग मानते हैं कि शकुनी नाम से उनका इशारा वित्त मंत्री अरुण जेटली के अलावा और कोई दूसरा नहीं है।