Congress First Candidate List: कांग्रेस ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए जारी की पहली लिस्ट
Congress First Candidate List: कांग्रेस द्वारा जारी की गई लिस्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में 144, तेलंगाना में 55 और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए 30 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है।
Congress First Candidate List: कांग्रेस ने मध्य प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस द्वारा जारी की गई लिस्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में 144, तेलंगाना में 55 और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए 30 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है।
एमपी कांग्रेस के हाईप्रोफाइल उम्मीदवार
एमपी के पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एकबार फिर अपनी पारंपरिक सीट छिंदवाड़ा से मैदान में होंगे। वहीं, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह राघोगढ़ और उनके भाई लक्ष्मण सिंह को चाचौड़ा से टिकट दिया गया है। दिग्गी राजा स्वयं सीएम रहते राघोगढ़ सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री और एमपी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी राऊ, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को झाबुआ, दिवंगत पूर्व सीएम अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह राहुल को चुरहट से टिकट मिला है। राहुल को 2018 में इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा था।
वहीं, मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर की बात करें तो इंदौर विधानसभा क्रमांक 2 से चिंतामणि चिंटू चौकसे और इंदौर 4 से राजा मधवानी को कांग्रेस ने टिकट दिया है। ये दोनों सीटें फिलहाल बीजेपी के पास है। पूर्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता सत्यदेव कटारे के बेटे हेमंत कटारे को एकबार फिर अटेर से मैदान में उतारा गया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की करीबी इमरती देवी जो कि डबरा सीट से बीजेपी उम्मीदवार हैं, उनके खिलाफ कांग्रेस ने उनके समधी सुरेश राजे को टिकट दिया है।
राजे ने 2020 में हुए उपचुनाव में इमरती देवी को हराया था। वहीं, बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आए पूर्व सीएम कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी को टिकट नहीं मिला है। हाटपिपल्या से कांग्रेस ने राजवीर सिंह बघेल को मैदान में उतारा है। दरअसल, 2020 में कांग्रेस के मनोज चौधरी ने बगावत कर बीजेपी का दामन था और उपचुनाव में वे कमल के निशान पर जीते भी। जोशी इसी को लेकर पार्टी से नाराज चल रहे थे।
सीएम शिवराज के खिलाफ लड़ेंगे हनुमान
प्रदेश की सबसे चर्चित सीट सीहोर जिले की बुधनी है, जहां से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद उम्मीदवार हैं। पिछली बार कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरूण यादव को मैदान में उतारा था। लेकिन यादव चौहान की जीत रोक न सके। इस बार कांग्रेस ने अभिनेता विक्रम मस्ताल पर दांव खेला है। मस्ताल की पहचान ये है कि साल 2008 में आए रामायण में उन्होंने भगवान हनुमान का किरदार निभाया था।
इसी प्रकार इंदौर जिले की सबसे हॉट सीट विधानसभा क्रमांक 1 से कांग्रेस ने अपने मौजूदा विधायक सौरभ शुक्ला पर फिर से भरोसा जताया है। शुक्ला के खिलाफ बीजेपी ने कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय को मैदान में उतार रखा है। दरअसल, 2018 में सौरभ शुक्ला ने बीजेपी के सुदर्शन गुप्ता को हराकर ये सीट जीती थी। ब्राह्मण वोटों की अधिकता और प्रदेश के सबसे धनी विधायक होने के नाते ये सीट कांग्रेस के लिए बेहद आसान मानी जा रही थी, जो विजयवर्गीय के मैदान में आने से मुश्किल हो गई है।
अपने भतीजे के खिलाफ लड़ेंगे सीएम बघेल
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की 30 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। राज्य में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एकबार फिर पाटन से चुनाव लड़ेगें। वहीं, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव भी अपनी पारंपरिक सीट अंबिकापुर से मैदान में होंगे। इसके अलावा राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को दुर्ग ग्रामीण, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत को सक्ति और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को कोंडागांव सीट से टिकट दिया गया है।
सबसे दिलचस्प लड़ाई पाटन विधानसभा सीट पर देखने को मिलेगी। जहां से सीएम बघेल के सामने दुर्ग सांसद विजय बघेल बीजेपी उम्मीदवार हैं। विजय बघेल रिश्ते में भूपेश बघेल के भतीजे लगते हैं। ऐसे में चाचा-भतीजे के बीच दिलचस्प लड़ाई होने की बात कही जा रही है। विजय बघेल 2008 के विधानसभा चुनाव में अपने चाचा को पटखनी दे चुके हैं। हालाकिं, पांच साल बाद 2013 में चाचा ने भतीजे को हराकर हिसाब चुकता कर लिया। 2018 में विजय बघेल ने चुनाव नहीं लड़ा था। अब 10 साल बाद पाटन में एकबार फिर चाचा – भतीजे आमने सामने हैं।
क्या है चुनाव प्रोग्राम ?
चुनाव आयोग ने 9 अक्टूबर को पांच राज्यों में मतदान की तारीख की घोषणा की थी। एमपी की 230 सीटों पर 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा। छत्तीसगढ़ की 90 सीटों पर दो चरण में 7 और 17 नवंबर को वोटिंग होगी। मिजोरम में 7 नवंबर, राजस्थान में 25 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को सभी सीटों पर एक चरण में मतदान होगा। पांचों राज्यों के नतीजे 3 दिसंबर को एकसाथ आएंगे।